मोबाइल चार्ज पर लगाकर सो गए थे सीईओ, ब्लास्ट, मौत, पूरा घर जलकर राख हो गया

नई दिल्‍ली। ज्यादातर लोग मोबाइल को चार्ज पर लगाकर सो जाते हैं परंतु यह घटना सावधान करती है कि कृपया ऐसा ना करें। यह केवल मोबाइल के लिए ही नहीं बल्कि आपकी जिंदगी के लिए भी घातक हो सकती है। मोबाइल बैटरी में विस्‍फोट की एक और घटना सामने आई है जिसमें मलेशिया में एक बड़ी कंपनी के सीईओ नजरीन हसन की मौत हो गई है। नजरीन क्रेडल फंड में सीईओ थे। यह कंपनी मलेशिया सरकार की है। हसन ब्‍लैकबेरी और हुवेई का फोन इस्‍तेमाल करते थे। दोनों फोन उस समय चार्जिंग पर लगे थे कि उनमें ब्‍लास्‍ट हो गया। इससे कमरे में रखे बिस्‍तर में आग लग गर्इ और पूरा घर खाक हो गया। पुलिस के लिए यह बता पाना मुश्किल हो रहा है कि किस फोन की बैटरी में ब्‍लास्‍ट हुआ था।

हसन के सिर से टकराए थे मोबाइल के टुकड़े
परिवारवालों का कहना है कि आग लगने से हसन की मौत नहीं हुई बल्कि जब मोबाइल बैटरी में ब्‍लास्‍ट हुआ तो उसका टूटा हुआ हिस्‍सा हसन की खोपड़ी से जा टकराया। इससे उनके सिर में गहरी चोट आई। इसके बाद कमरे में रखे बिस्‍तर में आग लग गई लेकिन हसन की मौत पहले ही हो चुकी थी। हसन के बहनोई ने बताया कि वह दो फोन इस्‍तेमाल करते थे लेकिन किसमें धमाका हुआ यह कह पाना मुश्किल है। हालांकि पुलिस का कहना है कि हसन की मौत घुटन से हुई। क्रेडल फंड ने बयान जारी कर कहा कि पोस्‍टमार्टम रिपोर्ट में मौत की वजह सिर पर चोट लगने से हुई बताया गया है। फोन हसन के बेड के बगल में चार्जिंग पर लगा हुआ था।

महाराष्‍ट्र में बैटरी फटने से बच्‍चे की हथेली उड़ी
ऐसी ही घटना महाराष्ट्र के जालना जिले के हदगांव में हुई थी, जिसमें एक 10 साल के बच्चे को मोबाइल के साथ खेलना भारी पड़ गया। खेल-खेल में बच्चा मोबाइल की बैटरी तोड़ने की कोशिश कर रहा था तभी अचानक बैटरी में ब्लास्ट हो गया। बैटरी फटने से बच्चा बुरी तरह घायल हो गया. उसकी बाएं हाथ की हथेली के चिथड़े उड़ गए। बच्चे का नाम उमेश राठोड़ है। घटना के समय बच्चे के माता-पिता किसी काम से घर से बाहर गए हुए थे। वह घर पर अकेला था. उसी समय वह घर में रखा मोबाइल लेकर खेलने लगा। खेलते-खेलते उसने मोबाइल की बैटरी निकाल दी. वह बैटरी को तोड़ने का प्रयास कर रहा था तभी उसमें धमाका हुआ।
देश और मध्यप्रदेश की बड़ी खबरें MOBILE APP DOWNLOAD करने के लिए (यहां क्लिक करेंया फिर प्ले स्टोर में सर्च करें bhopalsamachar.com

#buttons=(Accept !) #days=(20)

Our website uses cookies to enhance your experience. Check Now
Accept !