भोपाल। किसानों के दस दिवसीय आंदोलन का आज आखिरी मिसरोद में किसानोें सामुहिक रूप से मुंडन करा प्रदेश सरकार का पिण्ड दान किया। हालांकि राजधानी सहित आसपास के जिलों में यह बंद लगभग बेअसर रहा क्योंकि रविवार होने के कारण शहर के अधिकांश बाजार वैसे भी बंद ही रहते है। भोपाल की करोंद सब्जी मंडी और मिसरोद में किसानों मुंडन करा कराकर सरकार का पिंडदान किया। यहां सुबह से ही किसानों का जमावड़ा लग गया था। पुलिस बल भी बड़ी संख्या में तैनात है।
इस बार अलग था स्वरूप
इस बार किसान आंदाेलन का स्वरूप कुछ जुदा था। किसान संगठनों ने 1 से 10 जून तक गांव का सामान गांव में ही रखने का आह्वान किया था। शुरुआत में आंदोलन का मामूली असर नजर आया। धीरे-धीरे आंदोलन बेअसर हो गया और शहर में दूध-सब्जी व कृषि उपज की आवक बढ़ती गई। इधर, 6 जून को कांग्रेस ने गोलीकांड में मृत किसानों के लिए श्रद्धांजलि सभा की। 8 जून को किसान मजदूर महासंघ की ओर से राजनीतिक सभा हुई। यह सब शांति से निपट गया
मंदसौर गोलीकांड के सालभर बाद हो रहा 10 दिनी किसान आंदोलन का आज अंतिम दिन है। आंदोलन के दसवें व अंतिम दिन किसान मजदूर संघ ने दोपहर 2 बजे तक के लिए बंद का आह्वान किया है। इंदौर के साथ ही मंदसौर, रतलाम, धार, झाबुआ, देवास, उज्जैन, खंडवा, खरगोन, बुरहानपुर, अलिराजपुर आदि स्थानों पर भी बंद का सामान्य जन जीवन पर कोई असर दिखाई नहीं पड़ रहा है।
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