भोपाल। भाजपा की विचारधारा का समर्थन करने वाले गौसेवकों ने शिवराज सिंह सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। राजधानी भोपाल के नीलम पार्क में गोसेवक संघ के लोगों ने अर्धनग्न होकर प्रदर्शन किया और सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। संघ के कर्मचारी यही नही रुके हाथों में बर्तन लेकर वे भीख मांगते हुए भी नजर आए। संघ का आरोप है कि मप्र गौसेवक संघ ने 26 मार्च 2017 को टीटी नगर दशहरा मैदान में राज्य स्तरीय सम्मेलन आयोजित किया था जिसमें पशुपालन मंत्री अंतर सिंह आर्य, सांसद आलोक संजर, और बीडीए के चैयरमेन ओम यादव ने अपने भाषण में गौसेवकों की पंचायत स्तर पर नियुक्ति और निश्चित मानदेय देने का आश्वासन दिया था लेकिन आज दिनांक तक कोई कार्रवाई नही हुई इस वजह से गौसेवकों में आक्रोश व्याप्त है।
उन्होंने कहा कि गौसेवक पशुपालन विभाग एवं सरकार की महत्वपूर्ण कडी है। पशुपालन विभाग के कृत्रिम गर्भादान, प्राथमिक उपचार, टीकाकरण, बधियाकरण विभाग द्वारा चलाई जा रही सभी योजनाओँ में ईमानदारी से काम करते है। गौसेवक गोकुल महोत्सव, कृषि महोत्सव, गोपाल पुरुस्कार, नंदी शाला रयोजना, मुर्रा पाडा योजना में भी किसानों को जागरुक कर रहे है। बावजदू इसके उनको नियमित नही किया जा रहा है। साथ ही उन्होंने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर सरकार ने उनकी मांगों को पूरा नही किया तो आने वाले दिनों में वे उग्र आंदोलन करने को मजबूर होंगें।
गौरतलब है कि गोसेवक विगत कई वर्षो से पंचायत स्तर पर नियुक्ति, निश्चित मानदेय और एबीएफओ की भर्ती में पचास प्रतिशत आरक्षण देने की मांग कर रहा है। संघ ने फरवरी माह में अपनी मांगो को लेकर मुख्यमंत्री निवास को घेरने की कोशिश भी की थी। लेकिन पुलिस ने हजारों को गो सेवको को काली मंदिर के पास गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। इसके बाद गो सेवकों ने मांगों पर ठोस निर्णय नही होने पर एक अप्रेल से अनिश्चितकालीन हडताल पर जाने का ऐलान किया था। लेकिन हडताल पर जाने से पहले पशुपालन मंत्री ने उनकी मांगो पर विचार करने के लिए एक हफ्ते का समय मांग लिया था। जिसके बाद संघ ने हडताल वापस ले ली थी। हडताल स्थगित की गई थी।