
क्यों भड़के मंत्री विजय शाह
पिछले मैच में मंत्री विजय शाह परिवार समेत मैच देखने पहुंच गए थे। वीआईपी पास पहले ही पुलिस और प्रशासन को दिए जा चुके थे। फ्रेंचाइजी के पास वीआइपी सीट नहीं थीं अत: उन्होंने मंत्री विजय शाह को गैलेरी के पास दे दिए। मंत्री जब अंदर पहुंचे तो देखा कि वीआईपी बॉक्स में इंदौर के अधिकारियों के बच्चे बैठे हैं। यह देख वो भड़क गए और वापस लौट गए। जाते जाते वो धमकी दे गए थे कि स्टेडियम की पार्किंग बंद करा देंगे। दूसरे दिन यह ड्रामा हो गया।
प्रीति जिंटा भड़कीं, फ्रेंचाइजी ने कहा ऐसा सिर्फ मप्र में हुआ
फ्रेंचाइजी का आरोप है कि बेंगलुरू मैच के दौरान पुलिस ने हमारे सीओओ अनंत सरकारिया को उठाने की धमकी दी। फ्रेंचाइजी के सीईओ सतीश मेनन ने कहा कि आखिर को-ऑनर प्रीति जिंटा और मोहित बर्मन ने एसपी अवधेश गोस्वामी को कह दिया था कि हमें गिरफ्तार कर लीजिए। कई जगह मैच खेले हैं, लेकिन टिकट मांगने और नहीं मिलने पर परेशान करने वाला व्यवहार इंदौर में देखा। पुलिस ने स्टेडियम के बाहर होटल की गाड़ी रोक दी, भोजन नहीं ला सके, खाना खराब हो गया।
हार का ठीकरा सिस्टम पर फोड़ रहे हैं: एसपी
इन आरोपों पर एसपी गोस्वामी ने कहा किंग्स इलेवन यहां तीन मैच हार चुकी है। वह यहां होमग्राउंड नहीं रखना चाहती है, इसलिए हार का ठीकार पुलिस-प्रशासन पर फोड़ रही है। प्रीति जिंटा और हमारा कोई आमना-सामना नहीं हुआ। सारे आरोप यहां से जाने के बाद बेवजह लगाए जा रहे हैं। गोस्वामी ने कहा कि होटल की गाड़ियां दोपहर में देरी से आई, जबकि 12 बजे तक का ही समय था, इसके बाद हमे स्टेडियम की सघन जांच करना थी, 30 हजार लोगों की जान खतरे में नहीं डाल सकते, भले फ्रेंचाइजी को बुरा लगे।
व्यवस्था को लेकर फ्रेंचाइजी को लिखी चिट्टी केे बाद बढ़ा विवाद
यह भी सामने आया है कि एसपी गोस्वामी ने बेंगलुरु मैच के कुछ दिन पहले फ्रेंचाइजी को सख्त चिट्ठी लिखकर कहा था कि बेंगलुरू मैच के दौरान स्टेडियम जैम पैक रहेगा, लेकिन अभी तक पार्किंग व ट्रैफिक व्यवस्था को लेकर व्यवस्थि साइनेज नहीं लगाए गए हैं, ऐसे में कोई घटना हुई तो जिम्मेदारों पर पुलिस कानूनी कार्रवाई करेगी। वहीं हुआ भी और 14 मई को मैच के दौरान दो घंटे तक ट्रैफिक जमा रहा, जिसे लेकर पुलिस ने नाराजगी जाहिर की थी।