भोपाल। मप्र कांग्रेस के प्रभारी दीपक बावरिया पार्टी के लिए हानिकारक साबित हो रहे हैं। पहले उन्होंने टिकट के दावेदारों से 50 हजार रुपए वसूले। कई ऐसे बयान दिए मानो कांग्रेस के सीएमडी हो गए हों। मप्र में कमलनाथ प्रदेश अध्यक्ष बनकर आने वाले हैं, बावरिया जानते थे, फिर भी उन्होंने अरुण यादव को नहीं संभाला और अब यादवों को भड़काने वाला बयान दे डाला। दीपक बावरिया न कहा कि यादवों को आपस में लड़ने से तो भगवान कृष्ण भी नहीं बचा पाए थे।
क्या है मामला
पिछले दिनों खरगोन जिले के महेश्वर ब्लॉक अध्यक्ष अर्जुन सिंह, नगर पालिका महेश्वर के अध्यक्ष हेमंत जैन, गिरिराज सर्राफ और शुभम व्यास अपने समर्थकों के साथ भोपाल आए थे। उनकी शिकायत थी कि मंडलम् और सेक्टर में जो पदाधिकारी एआईसीसी के प्रतिनिधि की मौजूदगी में बनाए गए थे, उन्हें बदल दिया गया है। इस पर दीपक बावरिया ने उनको कुछ इस तरह की प्रतिक्रियाएं दीं कि बात बहस तक आ गई। इसी बीच बावरिया ने यह टिप्पणी कर दी। बावरिया ने कहा "यादवो के आपस में लड़ने पर भगवान श्रीकृष्ण भी नहीं बचा पाए थे, आप लोग भी लड़ो ,अपनी सीट भी नहीं बचा पाओगे।" इसके बाद सभी को कांग्रेस से निष्कासित कर दिया गया। ये सभी नेता अरुण यादव समर्थक हैं।
हालांकि इन सब का निष्कासन समाप्त कर दिया गया क्योंकि उन्होंने लिखित में माफी मांग ली थी। लेकिन बावरिया के इस बयान को किसी ने रिकॉर्ड कर ऊपर तक पहुंचा दिया है जिसके बाद अब बावरिया बैकफुट पर आ गए हैं। अब ऐसे में ,जब अरुण यादव को प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष पद से हटाए जाने के बाद यादवों का एक बड़ा धड़ा असंतुष्ट है, बावरिया का यह बयान जख्मों पर मरहम के बजाय नमक छिड़कने जैसा है, जिसका नुकसान बावरिया सहित पार्टी को भी झेलना पड़ सकता है।
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