भोपाल। प्रदेश में लम्बे समय से सत्ता में रहने वाली भाजपा सरकार में अधिकारी भी अब भाजपा के रंग में रंगे नजर आ रहे हैं। हाल ही में भाजपा के 'चलो पंचायत' कार्यक्रम के दौरान कई शासकीय कार्यालयों पर भाजपा का ध्वज फैराया गया, जबकि शासकीय कार्यालयों पर किसी भी पार्टी का झंडा फैरना कानून का उल्लंघन है लेकिन प्रदेश भर में कई जगह सरकारी भवनों पर भाजपा ध्वज फहराते हुए तस्वीर वायरल हुई, विपक्ष ने भी इस मुद्दे पर सरकार को घेरा। अब एक अधिकारी भी भाजपा के रंग में रंगी नजर आई है। जिसका विरोध शुरू हो गया है।
भोपाल नगर निगम आयुक्त प्रियंका दास भाजपा निशान वाले गमछे को गले में डालकर महापौर के साथ जश्न मनाते हुए नजर आई। जिसको लेकर बवाल मच गया है। कांग्रेस आरटीआई सेल के अध्यक्ष अजय दुबे ने इस तस्वीरो को जारी करते हुए इसको लेकर कड़ी आपत्ति दर्ज कराई है। उन्होंने कहा है भाजपा के रंग में डूबने वाले अधिकारी से निष्पक्षता और ईमानदारी की उम्मीद करना बेमानी है।
दरअसल, बुधवार को स्वच्छता सर्वेक्षण-2018 में भोपाल ने दूसरा स्थान प्राप्त किया है। इस उपलब्धि पर महापौर आलोक शर्मा और उनके समर्थकों ने शहरवासियों के साथ जश्न मनाया। इस जश्न में निगम आयुक्त प्रियंका दास भी शामिल हुई लेकिन इस जश्न की ख़ुशी में वो भाजपा के रंग में डूबी दिखाई दी। गले में भाजपा के कमल निशान वाले गमछे को गले में डालकर और सिर पर पगड़ी पहनकर आईएएस जमकर झूमी। विपक्ष ने उनके इस रूप की आलोचना की है। एक अधिकारी को निष्पक्ष रहते हुए किसी भी पार्टी के झंडे और चुनाव चिन्ह का अनुसरण नहीं करना चाहिए, यह सर्विस कंडक्ट रूल का उल्लंघन भी है।