जबलपुर। नेपियर टाउन में कारोबारी केके अग्रवाल के घर हुई डकैती की वारदात को पूरा सप्ताह बीत गया। पुलिस का दावा है कि उसकी 15 टीमें डकैतों की तलाश में दिन रात एक कर रहीं हैं परंतु अब तक वो डकैत गिरोह का नाम तक पता नहीं कर पाए। बताया जा रहा है कि अब तक पुलिस ने मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र के कई इलाकों से सैकड़ों संदेहियों को हिरासत में लेकर पूछताछ की लेकिन कोई सुराग नहीं मिला है।
हर रात होती है वरिष्ठ अधिकारियों की बैठक
पुलिस ने अब फिर से पूरे मामले को नए सिरे से समझना शुरू कर दिया है। वहीं इस मामले में सीआईडी, एसटीएफ और पुलिस टीमों को दायरा बढ़ाकर जानकारी जुटाने के लिए कहा गया है।डकैती मामले में लगी टीमों के प्रभारियों से वरिष्ठ अधिकारी रात को बैठक कर पूरी जानकारी आपस में साझा कर रहे हैं। इसे पाइंट वार समझा जाता है और कहां कितने आरोपित पकड़े यह भी लिखा-पढ़ी में पाइंट बनाकर बताया जा रहा है।
संदिग्धों के रिकॉर्डेड बयान दोबारा सुने जा रहे हैं
संदेहियों ने पूछताछ में क्या बयान दिया इसकी भी रिकार्डिंग की जा रही है। इस रिकार्डिंग को एक टीम लगातार सुनती रहती है। ताकि कोई सुराग मिल जाए। वहीं, संदिग्धों की लगातार निगरानी भी की जा रही है। वरिष्ठ अधिकारियों ने मामले से जुड़े सभी बिंदुओं की विस्तार से जांच की और जिस जगह टीम अभी नहीं गई है। वहां टीम को रवाना किया गया।
पुराने अपराधियों के पीछे पड़ी है पुलिस
मामले में जांच के दौरान अब तक जिले में हुईं बड़ी डकैतियों, नकबजनी, चोरी, लूट की वारदातों और उसके आरोप में पकड़े गए बदमाशों के बारे में भी टीमें डिटेल जुटा रही हैं।