रीवा के छात्र की भोपाल में मौत संदिग्ध, भाई ने उठाए सवाल

भोपाल। बागसेवनिया में 16 अप्रैल को रेलवे ट्रेक पर मिली सिरकटी लाश का मामला अब संदिग्ध हो गया है। यह शव रीवा निवासी छात्र ज्ञानप्रकाश मिश्र की थी। पुलिस का मानना था कि युवक ने सुसाइड कर लिया है परंतु ज्ञानप्रकाश के भाई अनिल कुमार मिश्र ने कुछ ऐसे सवाल उठाए हैं जो मामले को संदिग्ध बना देते हैं। दरअसल, अनिल ही इस मामले की अपने स्तर पर जांच कर रहा है और सबूत जुटा रहा है ताकि वो ज्ञान प्रकाश की मौत की असली वजह जान सके। 

हत्या को आत्महत्या दिखाने की साजिश

बता दें कि 16 अप्रैल ज्ञान प्रकाश मिश्र ग्राम पटेहरा मऊगंज जिला रीवा जो कि भोपाल में रहकर बीकॉम की पढाई एंव सीए की कोचिंग कर रहा था, की लाश होशंगाबाद भोपाल डाउन रेलवे लाइन पर पुलिस को मिली थी। जिसमें परिजनों का आरोप है कि मृतक की षड़यंत्र पूर्वक हत्या कर दुर्घटना का रूप देने की कोशिश की गई है। उन्होंने भाई के मौत पर तमाम सवाल भी उठाए हैं।

कुछ सवाल जो हत्या की तरफ इशारा करते हैं

मृतक के भाई अनिल मिश्र का कहना है कि ज्ञानप्रकाश मिश्रा के दोनों पैर के जूते गायब थे। वो कहां गए और ज्ञानप्रकाश नंगे पैर क्या कर रहा था ? 
मृतक के दोनों पैर टूटे हुए थे। जबकि पैरों पर किसी भी भारी चोट के निशान नहीं थे, अगर पैर रेल गाड़ी के चपेट में आते तो वो क्षतिविक्षत हो जाते वह केवल टूटकर न रह जाते।
मृतक के मोबाइल पर घटना के उपरांत संदिग्ध मैसेज आए थे। जिसका एक मैसेज है कि बाबू तुम कहा हो, मुझे बहुत डर लग रा है। पागल प्लीज कॉल करो। मेरा बाबू ठीक है न, प्लीज बाबू कुछ बोला। इस तरह का मैसेज कौन कर रहा था।
हादसा होने के कुछ समय पहले मृतक के मोबाइल से ऑल इन वन कॉमन इमरजेंसी टेलीफोन नंबर 112 डायल किया गया था। मृतक के द्वारा 112 डायल करके सहायता पाने की कोशिश किन परिस्थितियों में की गई और क्यों की गई?
मृतक लगातार तीन दिन तक कोचिंग नहीं पहुंचा था जबकि वो हर रोज कोचिंग के लिए घर से निकलता था, तो फिर कहां जाता था। किससे मिलता था। 

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