MPPEB फिंगर प्रिंट गड़बड़ी, उम्मीदवारों ने कहा फिर से परीक्षा कराओ | MP NEWS

भोपाल। प्रोफेशनल एग्जामिनेशन बोर्ड (पीईबी) प्री-एग्रीकल्चर टेस्ट की ऑनलाइन परीक्षा में शनिवार को करीब 20 फीसदी परीक्षार्थी परीक्षा नहीं दे पाए। प्रथम शिफ्ट में 80 फीसदी तो द्वितीय शिफ्ट में 82 फीसदी परीक्षार्थी ही परीक्षा में शामिल हो सके। दोनों शिफ्ट के लिए 33 हजार परीक्षार्थियों को प्रवेश पत्र जारी किया था। जिसमें से 27,489 परीक्षार्थियों ने परीक्षा दी। परीक्षार्थियों ने बताया कि उनका फिंगर प्रिंट मैच नहीं हो पाया था। उम्मीदवारों का कहना है कि उन्हे दूसरा मौका चाहिए। यह उनकी गलती नहीं है। वो सजा क्यों भुगतें। यदि उन्हे परीक्षा का मौका नहीं दिया जाता तो वो न्यायालय की शरण में जाएंगे। 

उन्होंने आरोप लगाया कि पीईबी ने परीक्षा केंद्रों में आयरिस स्केनर और फेस रिकॉगनाइजेशन सिस्टम की व्यवस्था नहीं की थी। इसके चलते वे परीक्षा नहीं दे पाए। पीपुल्स कॉलेज में परीक्षा देने आई छात्रा अनुष्का सिंह का कहना था कि मेरा फिंगर प्रिंट मैच ना होने के कारण मैं परीक्षा नहीं दे पाई। पीईबी को आयरिस स्केनर की व्यवस्था करनी चाहिए थी। मैं परीक्षा के लिए दो साल से तैयारी कर रही थी। यह पीईबी प्रबंधन की लापरवाही है।

बता दें कि ऐसी स्थिति पटवारी भर्ती की ऑनलाइन परीक्षा में भी बनी थी। जिसके बाद पीईबी ने दोबारा परीक्षा आयोजित कराई थी। इधर, पीईबी के परीक्षा नियंत्रक एकेएस भदौरिया का कहना है कि अंगुली घिसी हुई होने या फिर कोई अन्य परेशानी होने पर पीईबी को पूर्व सूचना देनी थी। जिससे इनके लिए अलग से व्यवस्था करते। पीईबी के अधिकारियों ने बताया कि प्रदेशभर के मात्र 30 छात्रों ने ही सूचना दी थी तो जिनके लिए आयरिस स्केनर की व्यवस्था की गई थी। बता दें कि पीईबी की इस परीक्षा के लिए 46 हजार परीक्षार्थियों को प्रवेश पत्र जारी किया गया है। परीक्षा प्रदेश के आठ शहरों के 55 परीक्षा केंद्रों में आयोजित की जा रही है। रविवार को भी दो शिफ्ट में परीक्षा आयोजित की जाएगी।

राजधानी में 2,110 परीक्षार्थी नहीं हुए परीक्षा में शामिल
पीईबी से प्राप्त आंकड़ों के अनुसार राजधानी में प्रथम और द्वितीय शिफ्ट में 10,397 परीक्षार्थियों को 23 परीक्षा केंद्र में परीक्षा देने के लिए प्रवेश पत्र जारी किया गया था। इसमें से प्रथम शिफ्ट में 78 फीसदी तो द्वितीय शिफ्ट में 83 फीसदी परीक्षार्थी ही परीक्षा में शामिल हुए। दोनों शिफ्ट में करीब 2 हजार 110 परीक्षार्थी परीक्षा में शामिल नहीं हो पाए। इसमें से अधिकांश परीक्षार्थी वे हैं जिनके फिंगर प्रिंट मैच नहीं हो पाए।

पीईबी के अधिकारियों का तर्क
परीक्षा से पूर्व फिंगर प्रिंट मैच ना होने की सूचना देनी थी। हमारे पास सिर्फ जबलपुर से शिकायत आई है कि 6 परीक्षार्थी परीक्षा नहीं दे पाए। अगर परीक्षार्थियों की संख्या ज्यादा होगी तो इस संबंध में पीईबी का बोर्ड निर्णय लेगा कि इन परीक्षार्थियों की दोबारा परीक्षा करानी है या नहीं।
आलोक वर्मा, पीआरओ, पीईबी

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