दिग्विजय सिंह के आने से पहले सूखी नर्मदा में आई बाढ़, घाट पर कई दुकानें तबाह | MP NEWS

नरसिंहपुर। 9 अप्रैल को दिग्विजय सिंह बरमान घाट पर नर्मदा परिक्रमा पूरी करेंगे। सूखे बरमान घाट पर अब तक उतना ही पानी था, जिससे एहसास हो कि यहां कोई नदी है। लेकिन, गुरुवार देर रात यहां इतना पानी आ गया कि घाट के पास बसे छोटे दुकानदार तबाह हो गए। सवाल ये उठता है कि अचानक नर्मदा में इतना पानी आया कैसे? इस बारे में जब कलेक्टर से बात की गई तो उनका कहना है कि, जिला प्रशासन को इस बारे में कोई सूचना नहीं थी। 

कलेक्टर मानते हैं कि जिला प्रशासन की गलती थी, पानी छोड़ने से पहले सूचना देनी चाहिए थी, लेकिन अचानक पानी आने से जो गरीब-गुरबे तबाह हो गए उनका क्या होगा, इस बारे में कलेक्टर के पास कोई जवाब नहीं है। कलेक्टर को बस इतना पता है कि दिग्विजय सिंह का कार्यक्रम होना था, उसके लिए पार्किंग की जगह चाहिए थी। आस-पास बसे लोगों की सहमति से उन्हें दूसरी तरफ शिफ्ट होने को कहा गया था लेकिन, शिफ्टिंग से पहले आधी रात को अचानक आये पानी ने गरीबों पर जो सितम ढाया इसका अंदाजा भी प्रशासन को नहीं है।

आलू-प्याज सब बह गया, पहले बताया होता तो बचा लेते
घाट के पास बसी एक बुजुर्ग महिला भग्गो बाई से जब इस बारे में बात की गई तो उन्होंने कहा कि परिक्रमा वाले आ रहे हैं, कोई नेता आ रहे हैं, विजय सिंह (दिग्विजय सिंह)। कहते हैं जगह चाहिए, लेकिन हम क्या करें, हम तो बर्बाद हो गए, हमें कम से कम बताना तो चाहिए था। आलू का बोरा बह गया, प्याज का बोरा बह गया, किलो-दो किलो बचा तो उसका क्या? हम क्या खाएं, कहां रहें? रात को अचानक पानी आया, पहले से पता चलता तो बचा तो लेते।

भग्गो बाई जैसा दर्द उन सभी लोगों का है जो रात को सूखी जगह पर सोये थे, लेकिन प्रशासन की मेहरबानी से उनका जमीन पर बिछा मेहनत का बिछौना पानी से तर-बतर हो गया। और नींद में ही उनके सामने सवाल खड़ा हो गया कि अब जाएं तो जाएं कहां।

पूर्व सीएम का कार्यक्रम सफल बनाएं या गरीबों को बचाएं
प्रशासन के सामने दो गंभीर समस्याएं हैं कि पूर्व मुख्यमंत्री का कार्यक्रम भी सफल बनाना है और विपक्ष के नेताओं को परिक्रमा के समापन स्थल पर ये कहने को न मिल जाए कि नर्मदा में पानी ही नहीं बचा। अब इतनी गंभीर समस्याओं के बीच आम लोग कहां अपनी जगह बना पाएंगे? उनके हिस्से तो बस रातोरात अपनी गुदड़ी समेट कर भागने के सिवा कुछ नहीं आ सकता। लेकिन, दबी जुबान लोग ये कहते नहीं हिचक रहे कि दिग्गी राजा की परिक्रमा में पानी की कमी न महसूस हो इसलिए प्रशासन ने अचानक पानी छोड़ा है।

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