
ऐजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार पुलिस ने 6 अप्रैल को बच्ची की बॉडी मिली थी। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में सामने आया कि करीब 8 दिन तक बच्ची के साथ रेप किया गया और उसे प्रताड़ित किया गया। इसके चलते उसकी मौत हो गई। सिविल हॉस्पिटल के फॉरेंसिक हेड गणेश गोवेकर ने कहा, "बच्ची के बदन पर जख्म के 86 निशान थे। उसके निजी अंगों में भी चोट पाई गई। फोरेंसिक लैब में सैम्पल भेजे गए हैं ताकि ये निश्चित किया जा सके कि उसे नशीली दवाएं दी गई थीं या नहीं।
पुलिस बच्ची का परिवार तक नहीं ढूंढ पाई
पुलिस इंस्पेक्टर बीके झाला ने कहा, "घटना के 8 दिन बाद भी बच्ची के माता-पिता का पता नहीं चल पाया है। हमें लगता है कि बच्ची का मर्डर कहीं और किया गया और उसकी लाश यहां फेंक दी गई। उसकी तस्वीर पुलिस कंट्रोल रूम में भेज दी गई है ताकि उसकी पहचान की जा सके। रेप और पॉक्सो एक्ट के तहत केस दर्ज किया गया है। बच्ची या उसके परिवार के बारे में जानकारी देने वाले को 20 हजार का ईनाम देने का ऐलान किया गया है।