
बताया जा रहा है कि भूकंप के इस झटके के कारण एनटीपीसी 7 यूनिट फ़ेल हो गईं। बड़े पैमाने पर बिजली का उत्पादन बंद हो गया। देश के कई राज्यों में यहां से बिजली सप्लाई की जाती है। वहां ब्लैकआउट हो सकता है। लोगों के घरों की छतें एवं दीवारों में दरारें आ गईं हैं।
बताया जा रहा है कि सिंगरौली, बैढन के साथ गनियारी, मोरवा, विन्ध्यनगर , जयन्त बरगवां सहित कई जगहों पर तीव्र गति से भूकम्प के झटके महसूस किए गए। कलेक्टर ने इसकी पुष्टि की है। यूपी की सीमा तक भूकंप के झटके महसूस किए गए। इससे कुछ मकानाें और अस्पताल की दीवारों पर दरारें आने की बात कही गई है। वैज्ञानिक इस बात का पता लगाने में जुटे हैं कि भूकंप का केंद्र और तीव्रता क्या थी। कुछ लोग इसे भूगर्भीय हलचल बता रहे हैं।
14 किमी दूर दक्षिण-पश्चिम में केंद्र
भूकंप का केन्द्र सिंगरौली से 14 किमी दूर दक्षिण-पश्चिम में रहा। भूकंप की गहराई करीब 10 किमी आंकी गई है। भूकंप की वजह से नेशनल थर्मल पॉॅवर कॉर्पोरेशन की दो यूनिट झटके से बंद हो गईं। मप्र लोड डिस्पेज सेंटर के अनुसार एनटीपीसी की 500 मेगावाट और 210 मेगावाट की यूनिट झटके से करीब 7.45 मिनट पर बंद हुई। इस प्लांट से मप्र को करीब 150 मेगावाट बिजली मिलती है। खबर लिखे जाने तक एनटीपीसी की एक यूनिट दोबारा शुरू कर ली गई थी।
जोरदार ब्लास्टिंग के साथ आये भूकंप से लोग सहम गए और जो जिस हाल में था घरों से बाहर निकल सड़क पर आ गया। सिंगरौली जिला सहित पड़ोसी राज्य उत्तर प्रदेश के सोनभद्र जिले में भी भूकंप के झटके महसूस किए गए।भूकम्प से तीन मंजिला मकान तक हिलने लगा और घरों का सामान इधर-उधर गिरने लगा। लोग किसी तरह से अपने आप को संभाल घरों से बाहर निकल सड़क पर पहुंचे।
भूकंप का असर 30 किलोमीटर एरिया में रहा
सिंगरौली अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सूर्यकान्त शर्मा ने इसकी तीव्रता की पुष्टि की हालांकि गूगल पर यह तीव्रता 5.3 दिखा रहा है। भूकंप का असर 30 किलोमीटर एरिया में रहा। अभी लोग दहशत में है और अपने घरों में जाने से डर रहे हैं। जिले में भूकंप का असर तकरीबन 5 से 8 सेकंड तक रहा है।
अब तक का सर्वाधिक तीव्र
भूकंप के बाद घरों से बाहर सड़क पर एकत्रित लोग भूकंप के 1 घण्टे बाद अपने आप को संभाल घरों के अंदर गए लेकिन सभी अभी भी डरे सहमे हुये है। जानकारों की माने तो सिंगरौली में इतनी तीव्रता का भूकंप अब से पहले लोगों ने कब महसूस किया हो ये क्षेत्रीय जनों को याद नहीं है। सिंगरौली औद्योगिक क्षेत्र होने की वजह से कोल माइंस एरिया में आये दिन ब्लास्टिंग होती रहती है। बायलर ट्रिप से आये भूकंप की अफवाह को खारिज करते हुए एनटीपीसी विन्ध्यनगर पीआरओ सतीश श्रीवास्तव ने बताया कि बायलर का भूकंप से कोई लेना देना नहीं है। भूकंप को एनटीपीसी कॉलोनी में भी महसूस किया गया।