भोपाल। चुनावी साल में शिवराज सिंह एक एक दिन का सदुपयोग करना चाहते हैं परंतु यह संभव नहीं हो पा रहा है। नाराज किसानों को मनाने के लिए किसान सम्मान यात्रा को बड़े ही धूमधाम से आयोजन किया था। मथुरा से शुरू होकर मप्र की सीमा में आई ही थी कि दलित संघर्ष हो गया। इसी के चलते बीजेपी ने ग्वालियर-चंबल में अपनी किसान यात्रा से किनारा कर लिया है। 5 अप्रैल को विधासभा स्तर पर शुरू होने जा रही किसान सम्मान यात्रा ग्वालियर, भिंड, मुरैना और दतिया में शुरु नहीं होगी।
बीजेपी की किसान सम्मान यात्रा की शुरुआत एक अप्रैल को मथुरा से हुई थी. मथुरा से राजस्थान के धौलपुर होते हुए मध्य प्रदेश के मुरैना में यात्रा का जोरदार आगाज हुआ था. मुरैना में यात्रा के स्वागत कार्यक्रम में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर के अलावा कई बड़े नेता शामिल हुए थे. चुनावी साल में सियासी फायदे के लिहाज से बीजेपी की किसान सम्मान यात्रा को काफी अहम माना जा रहा है.
तीन जिलों में कर्फ्यू जारी
बता दें कि एससी और एसटी कानून को नरम करने वाले सर्वोच्च न्यायालय के फैसले के खिलाफ सोमवार को आहूत भारत बंद के दौरान मध्य प्रदेश के ग्वालियर-चंबल संभाग के जिलों में जबरदस्त हिंसा भड़क गई है. यहां तीन जिलों में अब भी कर्फ्यू लगा हुआ है.