वक्री शनि 2018: पढ़िए कितनी प्रभावित होगी आपकी राशि | JYOTISH

18 अप्रैल 2018 को शनिदेव की चाल बदल रही है। वो वक्री हो जाएंगे, यानी उल्टी चाल चलेंगे। इसके साथ ही आपको आपके आसपास बहुत कुछ बदलता हुआ दिखाई देगा। यह परिवर्तन आपकी पर्सनल, प्रोफेशनल से लेकर सोशल लाइफ तक में देखने को मिलेगा। शनि एक ऐसे ग्रह हैं जिन्हें जनता का कारक भी माना जाता है। इसलिये सामाजिक-राजनैतिक तौर पर तो शनि की बदली चाल और भी महत्वपूर्ण रहने के आसार हैं। शनि को शासन तंत्र का एक माध्यम माना जाता है। जब-जब शासन तंत्र कठोर होता है तो दृष्ट राशियों के लिये कष्टप्रद रहता है। जानिए आपकी राशि पर शनि की वक्री चाल का क्या प्रभाव होगा। 

मेष
मेष राशि वालों के लिये शनि का भाग्य स्थान में वक्री होना सौभाग्यशाली तो बिल्कुल नहीं कहा जा सकता। इस समय आपको सफलता पान के लिये कड़ी मेहनत करने की आवश्यकता रहेगी भाग्य का साथ आपको कम ही मिलेगा। आप अपने कामकाजी जीवन में एक ठहराव, एक धीमापन महसूस कर सकते हैं। हो सकता है इस समय आप अपने हुनर से भी कोई खास प्रभाव न जमा पायें। फाइनेंशियल कंडीशन की बात करें तो आपको हानि उठानी पड़ सकती है। लेन-देन के मामले में सचेत रहें। भाग्य स्थान से शनि की दृष्टि आपकी राशि के 11वें, तीसरे व छठे घर में पड़ रही है। जिसका संकेत हैं कि आपको मिलने वाले लाभ में कमी हो सकती है। आपके प्रदर्शन में कमी आ सकती है हो सकता है आप टारगेट पूरे न कर पायें। किसी से बिना वजह उलझने की कोशिश न करें। शत्रुओं का पलड़ा आप पर भारी रह सकता है इसलिये शांत रहने में ही भलाई है।

वृषभ
आपकी राशि से शनि अष्टम भाव में वक्री हो रहे हैं। आपकी राशि से दसवें, दूसरे व पांचवे स्थान को भी शनि देख रहे हैं। इस समय आपको कार्यस्थल पर बहुत ही सावधान रहने की आवश्यकता है। अपने कामकाज सावधानी से करें, कोई ऐसा काम न करें जिससे आपकी नौकरी ख़तरे में पड़ जाये। बिजनेस करने वालों को भी धन की हानि हो सकती है। आपकी रोमांटिक लाइफ में भी परेशानियां आ सकती है। पार्टनर से दूरी बढ़ने के चांस है कोई ऐसी बात उन्हें न कहें जिससे उनकी भावनाएं आहत हों। संतान को लेकर भी आप चिंतित हो सकते हैं।

मिथुन
सप्तम भाव में शनि का वक्र होना आपके दांपत्य जीवन में कलह के संकेत कर रहा है। हो सकता है लाइफ पार्टनर से बात काफी बिगड़ जाये और मैटर कोर्ट में पंहुच जाये। सप्तम भाव से शनि की दृष्टि आपकी राशि पर पड़ रही है अपनी सेहत के प्रति भी आपको सचेत रहने की आवश्यकता रहेगी। विशेषकर उदर संबधी रोगों से वास्ता पड़ सकता है। छोटी मोटी सर्जरी की नौबत भी आ सकती है। शनि भाग्य स्थान व सुख भाव को भी देख रहे हैं। हो सकता है इस समय आपको किस्मत का साथ भी न मिले। आपके प्रयास ही कुछ रंग ला सकते हैं। इसलिये हमारी सलाह है कि इस समय जी जान से मेहनत करें और किसी के अहित के बारे में न सोचें। धैर्य के साथ इस समय को बिताएं।

कर्क
आपकी राशि से शनि छठे घर में अपनी चाल बदल रहे हैं। जहां से उनकी दृष्टि 12वें, आठवें और तीसरे स्थान में पड़ रही है। रोग एवं शत्रु घर में शनि के वक्र होने से पुराने शत्रु अचानक से सर उठा सकते हैं और आपकी परेशानियों को बढ़ा सकते हैं। स्वास्थ्य के मामले में भी शनि हानिकारक रह सकते हैं। यात्रा के दौरान वाहन यदि स्वयं चला रहे हैं तो थोड़ा सजग होकर चलाएं। इस समय आपके खर्च बढ़ सकते हैं जिससे आपकी बचत में भी कमी हो सकती है। कार्यस्थल पर भी आपके प्रदर्शन में कमी आ सकती है। संभव है कि इस समय आपके आत्मबल में भी कमी रहे।

सिंह
शनि आपकी राशि से पंचम भाव में वक्री हो रहे हैं जहां से वे आपकी राशि के दूसरे, सातवें व ग्यारहवें भाव को देख रहे हैं। धन का अभाव आपको हो सकता है। आपकी जमा पूंजी में से भी कमी आ सकती है। रोमांटिक लाइफ के लिये शनि का वक्री होना अच्छे संकेत नहीं कर रहा। पार्टनर से रिश्तों में दूरी आ सकती है। हो सकता है वैवाहिक जीवन में भी जीवन साथी का पूरा सहयोग आपको न मिले, शिक्षा व संतान को लेकर भी चिंतित रह सकते हैं। लाभ के अवसरों में भी आपके लिये कमी रहने के आसार हैं। खर्चों में बढ़ोतरी होने के आसार हैं कंट्रोल करने का प्रयास करें।

कन्या
कन्या राशि वालों के लिये सुख भाव में शनि की चाल उल्टी हो रही है जहां से वे आपकी राशि को तो देख ही रही हैं साथ ही छठे व दसवें स्थान में उनकी दृष्टि पड़ रही है। वक्री शनि माता के स्वास्थ्य को लेकर थोड़ा परेशान कर सकते हैं हो सकता है उन्हें स्वास्थ्य को लेकर कोई दिक्कत न हो लेकिन फिर भी आप उनकी फिक्र करें। इतना ही नहीं किसी बात को लेकर माता से मनमुटाव भी होने की संभावनाएं भी बन सकती हैं। हालांकि आपकी सेहत के लिये शनि हानिकारक नहीं हैं बल्कि यदि हाल ही में किसी बिमारी से झूझना पड़ा है तो राहत मिल सकती है। प्रतिस्पर्धियों पर भी आप इस समय हावि रह सकते हैं। आपके कार्यों में कोई अड़चन आ सकती है।

तुला
आपकी राशि से पराक्रम भाव में शनि वक्र हो रहे हैं जो कि आपके पांचवें, 9वें व 12वें भाव को देख भी रहे हैं। इस समय आप कार्यों को करने में समर्थ तो होंगे लेकिन बावजूद उसके हो सकता है आपको चुनौतियों का सामना करना पड़े। परिजनों से मनमुटाव होने के भी प्रबल आसार हैं विशेषकर भाई-बहनों से किसी बात को लेकर बात बढ़ सकती है। शिक्षा के क्षेत्र में हो सकता है वक्री शनि का दौर आपके लिये अपेक्षानुसार परिणाम न लेकर आये खासकर प्रतियोगी परीक्षा देने वाले जातक इस स्थिति से झूझ सकते हैं। कोई करीबी दोस्त भी हो सकता है आपकी उम्मीदों पर खरा न उतरे। जो विवाहित दंपति संतान को लेकर चिंतित हैं उनकी चिंताएं भी कम होने के आसार नज़र नहीं आ रहे। भाग्य स्थान में भी वक्र शनि की दृष्टि पड़ने से आपको भाग्य का भी आंशिक सहयोग मिलने की उम्मीद है। धन के मामले में सचेत रहें हानि के आसार हैं। धन निवेश करने से पहले अच्छे से विचार विमर्श कर लेना बेहतर रहेगा। फाइनेंशियल कंडीशन बेहतर बनाये रखने के लिये अपने खर्चों पर अंकुश लगा कर रखें।

वृश्चिक
आपकी राशि से धन भाव में शनि का वक्र होना पैतृक संपत्ति से मिलने वाले लाभ में देरी कर सकता है। मां की सेहत का ख्याल भी आपको रखना पड़ेगा। इस समय आपको वाहन का सुख भी हो सकता है कम मिले हालांकि यात्रा के योग भी आपके लिये इस दौरान बन रहे हैं बेहतर है परेशानी से बचने के लिये नीजि वाहन की अपेक्षा पब्लिक व्हिकल का इस्तेमाल करें। शनि की दृष्टि चौथे, आठवें और ग्यारहवें घर में भी पड़ रही है। इसका संकेत है कि सुख सुविधाओं में कटौति हो सकती है, लाभ में भी कमी रह सकती है।

धनु
शनि आपकी ही राशि में वक्री हो रहे हैं। इस समय आपको घर का माहौल कुछ अशांत नज़र आ सकता है। लाइफ पार्टनर के साथ भी रिश्ते हो सकता है मधुर न रहें। परिजनों विशेषकर भाई बहनों से मनमुटाव हो सकता है। कार्यक्षेत्र में भी आप असंतुष्ट रह सकते हैं। इसका कारण आपको मेहनत के अनुसार परिणाम न मिलना भी हो सकता है। आपकी राशि से शनि की दृष्टि तीसरे, सातवें और दसवें स्थान में पड़ रही है। जिससे संभावनाएं नज़र आ रही हैं कि कार्यस्थल पर आपका प्रदर्शन उत्साहजनक न रहे। घरेलू मसलों पर भी आपको ध्यान देने की आवश्यकता पड़ेगी अन्यथा मामला अदालत तक भी पंहुच सकता है।

मकर
आपकी राशि से 12वें घर में राशि स्वामी शनि वक्री हो रहे हैं। इस समय आप दुर्व्यसनों में पड़ सकते हैं संभल कर रहें। बुरी संगत से भी दूर रहने की कोशिश करें। जोखिम वाले क्षेत्रों में धन व्यय के योग हैं हमारी सलाह है कि इससे बचने के प्रयास करें। हो सकता है आपको अपनी जमा पूंजी में से भी खर्च करना पड़े। कुछ अज्ञात शत्रु भी आपकी परेशानी को बढ़ा सकते हैं। शनि आपकी राशि के दूसरे, छठे व नवें घर में देख रहे हैं। भाग्य का साथ आपको इस समय अपेक्षानुसार नहीं मिलेगा। भाग्य की बजाय अपने कर्म पर भरोसा रखें। स्वयं पर भरोसा रखें।

कुंभ
आपकी राशि से 11वें स्थान में शनि की चाल बदल रही है जो कि आपके लाभ का स्थान है। लाभ घर में राशि स्वामी शनि के वक्री होने से आपको लाभ प्राप्ति के लिये अत्यधिक प्रयास करने पड़ सकते हैं। लाभ घर से शनि आपकी राशि को सपष्ट रूप से देख रहे हैं इस समय आपको अपनी सेहत का ध्यान रखने की आवश्यकता रहेगी। पांचवें और आठवें घर में भी शनि की दृष्टि पड़ने से रोमांटिक लाइफ, एजूकेशनल लाइफ व चिल्ड्रन्स को लेकर आप चिंतित हो सकते हैं। रोमांटिक लाइफ में आपको पार्टनर की नाराजगी झेलनी पड़ सकती है। इस समय यदि आपको यात्रा करनी पड़े तो थोड़ा संभल कर सावधानी से ट्रैवलिंग करें विशेषकर खुद की गाड़ी से सफर कर रहे हैं तो सतर्क रहें।

मीन
कर्म भाव में शनि का वक्री होना आप पर काम का अत्यधिक भार डाल सकता है। जिन कार्यों को करने में आपको पहले से ही देरी का सामना करना पड़ रहा है किसी कारणवश उनमें और भी विलंब हो सकता है। पैतृक सुख का अभाव भी आपको हो सकता है। मां की सेहत की चिंता भी आपको सता सकती है। इस समय आपका दांपत्य जीवन भी नकारात्मक रूप से प्रभावित हो सकता है। क्योंकि शनि आपकी राशि के चौथे, सातवें व 12वें घर को भी देख रहें हैं इसलिये सुख-साधनों में कमी रहने, लाइफ पार्टनर की सपोर्ट अपेक्षानुसार न मिलने और अत्यधिक खर्चों का सामना भी आपको करना पड़ सकता है।

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