
प्रदर्शन की शुरुआत होलकर कॉलेज के सामने धरने से हुई। इस अनिश्चितकालीन धरने के दौरान नौलखा से भंवरकुआ तक रैली निकाली गई। इस दौरान अभ्यर्थियों के हाथों में तख्तियां भी थीं, जिन पर हमें इंसाफ चाहिए और मुख्यमंत्री एमपी पीएससी पर ध्यान दें जैसे नारे लिखे हुए थे। अभ्यर्थियों ने दावा किया है कि उनका धरना तब तक जारी रहेगा, जब तक उन्हें न्याय नहीं मिल जाता।
इन मांगों के साथ शुरू हुआ धरना
प्रारंभिक परीक्षा के सारे प्रश्न सही हो, एक भी प्रश्न खारिज न किया जाए।
आयोग पहली बार में ही 100 फीसदी सही आंसर जारी करे। आपत्ति का शुल्क न लिया जाए और अगर जवाब बदला जाए तो प्रमाण के साथ बताया जाए।
प्रारंभिक और मुख्य परीक्षा की उत्तर पुस्तिका की फोटो कॉपी प्राप्त करने की सुविधा दी जाए।
पदों में बढ़ोतरी प्रारंभिक परीक्षा के पहले हो, बाद में न की जाए।
प्रारंभिक परीक्षा में माइनस मार्किंग की जाए। ताकि वही अभ्यर्थी पास हो सके, जिन्हें संबंधित सवालों के सही जवाब का ज्ञान हैं।
बड़ी संख्या में महिला अभ्यर्थी भी शामिल
धरना और रैली में बड़ी संख्या में महिला अभ्यर्थी शामिल हैं। इस आंदोलन के लिए अभ्यर्थियों ने बाकायदा एक संघर्ष समिति भी बनाई है। अभ्यर्थियों का कहना है कि चाहे जो हो जाए अब हम झुकने वाले नहीं हैं।