
हाल ही में जबलपुल के अतिथि विदान सिविक सेंटर पार्क में प्रदर्शन का एक नया तरीका अपनाया। विदानों ने फुलकी का स्टॉल लगाकर जमकर नारेबाजी करते हुए सरकार के खिलाफ विरोध जताया। अतिथि विदानों का कहना है कि जिस प्रकार सरकारी और प्राइवेट शिक्षक की तरह ही अतिथि शिक्षक भी काम करते हैं लेकिन उन्हें वेतन उन शिक्षकों की तुलना में कम दिया जाता है। उन्होंने कहा कि यह अतिथि विदानों के साथ भेदभाव किया जा रहा है।
सरकार को भारत के संविधान का पालन करते हुए अतिथि विदानों को समान कार्य व वेतन दिया जाना चाहिए। सरकार अतिथि विदानों को गंभीरता से नहीं ले रही है। साथ ही प्रदर्शनकारि विदानों का कहना है कि अगर भविष्य का निर्माण करने वाला दुखी रहेगा तो ये सरकार कभी सुखी नहीं रह पाएगी।