
एनसीपी सांसद ने एक रिपोर्ट का हवाला देते हुए यह आरोप लगाया है। माजिद मेमन ने कहा कि साल 2017 में नोटबंदी के एलान से कुछ पहले नीरव मोदी ने पंजाब नेशनल बैंक की एक शाखा में 90 करोड़ रुपये जमा करवाए थे। उन्होंने संभावना जताते हुए यह भी कहा कि सोने-चांदी के बदले किसी मकसद से इतनी बड़ी रकम को बैंक में जमा करवाया गया होगा।
मेमन ने कहा कि इस बात की जांच होनी चाहिए कि इसमें कितनी सच्चाई है। अपने ट्विटर हैंडल पर केंद्र सरकार और नीरव मोदी की मिलीभगत का शक जताते हुए लिखा कि एक रिपोर्ट में सामने आया है कि 8 नवंबर 2017 को नोटबंदी के ऐलान से कुछ देर पहले ही नीरव मोदी ने पंजाब नेशनल बैंक की एक शाखा में 90 करोड़ रुपये कैश जमा कराया। इसको क्या समझा जाए।
गौर हो कि नीरव मोदी ने फर्जी दस्तावेजों के आधार पर पंजाब नेशनल बैंक से शपथ पत्र हासिल किया और उन्हीं शपथ पत्र के आधार पर कई बैंकों से लोन लिया। 11400 करोड़ के इस मामले में नीरव मोदी फरार हैं। जांच एजेंसियां उनके खिलाफ छापेमारी करके संपत्तियों को जब्त कर रही है।