
सरकार ने छीन ली थी नौकरी
दरअसल, रामकुमार मनहर ग्राम पंचायत बेलादुला मे पंचायत आपरेटर के पद पर कार्यरत था. नौकरी मिलने से उसकी जिंदगी ने रफ्तार पकड़ी ही थी कि छत्तीसगढ़ शासन ने बजट की कमी बताते हुए पूरे प्रदेश के पंचायत आपरेटरों की सेवा एक झटके में समाप्त कर दी. इसके बाद पूरे प्रदेश के करीब एक हजार ऑपरेटर बेरोजगार हो गए. सरकार के इस फैसले के विरोध में ऑपरेटरों ने रायपुर के बूढ़ा तालाब पर लगातार 78 दिनों तक हड़ताल किया.
दोबारा बहाली का वादा कर मंत्री नदारद
राजकुमार मनहर ने बताया हमारे विरोध प्रदर्शन के बाद पंचायत मंत्री अजय चंद्राकर 10 दिन के भीतर ऑपरेटरों की सेवा बहाल करने का आश्वासन दिया. उसने कहा कि इस बात को 2 साल बीत चुके हैं लेकिन अभी तक हमारी बहाली नहीं की गई है. प्रदेश के हजारों युवाओं की जिंदगी सरकार के वादे और भविष्य की उम्मीदों के बीच झूल रही है. राजकुमार की शादी कल (26 फरवरी को) थी. उसे उम्मीद है कि इस तरह विरोध जताने से शायद सरकार जाग जाए और उस जैसे हजारों युवकों के न्याय मिल सके.