इंदौर। डायरेक्टोरेट जनरल ऑफ जीएसटी इंटेलिजेंस ने कार्रवाई शुरू कर दी है। इंदौर में छोड़वानी परिवार निशाने पर आया है। जीएसटी इंटेलिजेंस इंदौर की टीम ने छोड़वानी परिवार के सभी सदस्यों को राउ स्थित कन्फेक्शनरी फैक्टरी राजशाही पर एकत्रित कर पूछताछ की। दो दिन की जांच में ग्रुप के कर्ताधर्ता से हिसाब किताब पूछा गया। कई ऐसे सवाल भी थे जिनके जवाब नहीं मिल पाए। छानबीन के दौरान यहां बड़ी मात्रा में फिनिश्ड गुड का स्टॉक मिला है। यह स्टॉक बताए जा रहे कारोबार से 20 गुना से ज्यादा मिला है। इस पूरे माल को सीज कर दिया है। हर जगह कच्चे बिल से काम हुआ है। यहां तक कि शकर, पैकेजिंग मटेरियल, बोरी आदि किसी भी खरीदी का हिसाब छोड़वानी परिवार नहीं दे पा रहा है।
पीथमपुर की पिक एंड पाउच पैकेजिंग कंपनी से छोड़वानी ग्रुप के साथ इंदौर व ग्वालियर की कई बड़ी कन्फेक्शनरी कंपनियों के दस्तावेज मिले हैं। इनके द्वारा बड़ी मात्रा में पैकेजिंग मटेरियल जा रहा था, लेकिन इन कंपनियों ने कारोबार का टर्नओवर काफी कम बताया।
जांच में एक-दो दिन और लगेंगे
जीएसटी इंटेलिजेंस द्वारा इंदौर के साथ नागपुर, उल्लासनगर (मुंबई), बेंगलुरू, हैदराबाद, सिलीगुड़ी और अहमदाबाद में उन सभी जगह छापे मारे गए जो छोड़वानी परिवार से बिना बिल के चॉकलेट खरीद रहे थे। यह जांच अभी एक से दो दिन और चलने की बात कही जा रही है। ग्रुप मुख्य रूप से राजेश छोड़वानी और उनके भाई दीपक, नवीन, संजय के साथ बेटे सन्नी बाबा द्वारा संचालित किया जा रहा है। इस ग्रुप द्वारा राजशाही फूड प्रोडक्ट, माय किंगडम, धारा इंटरप्राइजेस, सोनल प्रोडक्ट, प्रीमियम फूड, श्री प्रिया इंटरप्राइजेस आदि नामों से चॉकलेट, सुपारी, कुरकरे आदि ब्रांड नाम से उत्पाद बनाकर बेचे जा रहे थे।