
हड़ताली कर्मचारियों का कहना है कि शासन को बीते पखवाड़े में मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा था। जिसमें मांगों के लिए बीते वर्षों से संगठन द्वारा बार-बार शासन प्रशासन से मांग करता आ रहा है लेकिन हर बार आश्वासन ही मिल रहा है। पूर्व में दिए ज्ञापन के आधार पर 07 दिनों में आदेश किया जाना था, लेकिन शासन स्तर पर ज्ञापन को गंभीरता से नहीं लिया गया।
इस कारण संगठन ने अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू की है। अध्यक्ष अरविंद तिवारी सहित संगठन के पदाधिकारियों ने कहा कि अब हम बैठ गए हैं जब तक निराकरण नहीं हो जाता तब तक कर्मचारियों का आंदोलन जारी रहेगा। दोनों मांगे पूरी होंगी तभी हड़ताल खत्म होगी: संगठन के अध्यक्ष अरविंद तिवारी और महासचिव बीबी पांडे ने कहा कि संगठन बीते कई वर्षों से शासन से उम्मीद लगाए हुए बैठा था। बार-बार जो आश्वासन मिल रहे थे। इससे लग रहा था कि आज नहीं तो कल हमारी मांगें सुनी जाएगी। आश्वासन से बात नहीं बनी तो बेमियादी हड़ताल शुरू की है। 27 फरवरी से भूख हड़ताल और 4 मार्च से अन्न त्याग आंदोलन करेंगे।