
जीआरपी ने सुसाइड नोट के आधार पर चारों आरोपियों के खिलाफ आत्महत्या के लिए मजबूर करने का केस दर्ज कर उनकी गिरफ्तारी के लिए दबिश दे दी है। फिलहाल आरोपियों का सुराग नहीं लग रहा है। पीड़ित पक्ष के लोगों ने कहा कि आरोपियों ने उनका जीना दूभर कर दिया है। जब तक आरोपी नहीं पकड़े जाएंगे, वह किसी हालत में डेड बॉडी नहीं लेंगे। मृतक के दो बच्चे हैं। बेटे की उम्र 19 वर्ष है, वहीं बेटी 17 साल की है। पीड़ितों ने बताया कि मृतक दूध का कारोबार करता था।
प्रेम जाल में फंसाकर लड़कियों का करते हैं शिकार
सुसाइड नोट में पुलिस से न्याय की गुहार लगाई है। इसमें लिखा कि चारों आरोपियों का सामूहिक गैंग हैं। जो भोली-भाली लड़कियों को प्रेम जाल में फंसाकर उनका हवस का शिकार करते हैं। उनकी अश्लील फोटो व वीडियो बनाकर ब्लैकमेल करते हैं। मेरी लड़कों भी प्रेम जाल में फंसाकर उसकी जिंदगी बर्बाद कर दी। 5 से 6 माह पहले यह आरोपी पीछे हट गए थे। अब फिर वह टॉर्चर करने लगे हैं। 17 फरवरी को उन्होंने घर आने की कोशिश की। घर आकर वह बिना सिम का मोबाइल व नींद की गोलियां दे गए। इस तरह की हरकतों से वह परेशान होकर आत्महत्या करने के लिए मजबूर हो रहा हूं।
पुलिस कर रही कार्रवाई
करनाल जीआरपी इंचार्ज इंद्रजीत सिंह ने बताया कि सुसाइड नोट के आधार पर धारा 306 के तहत केस दर्ज किया गया है। आरोपी बलजिंद्र, बलजीत, हन्नी व दीप कौर को गिरफ्तार करने के लिए रेड की जा रही है। आरोपी घर से फरार हैं।