
रामगोपाल वर्मा की यह किताब भी काफी विवाद में रही, जिसको लिखने की प्रेरणा उन्होंने दीवार फिल्म के अमिताभ बच्चन और हिम्मतवाला फिल्म की श्रीदेवी को बताया था. फिल्म दीवार में अमिताभ बच्चन की गन और हिम्मतवाला में श्रीदेवी के ग्लैमरस अंदाज ने उन्हें किताब लिखने को प्रेरित किया. रामगोपाल वर्मा के मुताबिक फिल्मों में आने से पहले उन पर सबसे ज्यादा प्रभाव श्रीदेवी का रहा और फिल्म इंडस्ट्री में आने के बाद उर्मिला मातोंडकर का.
रामगोपाल वर्मा ने एक बार कहा था कि उन्होंने फिल्म रंगीला इसलिए बनायी, ताकि वे इसके माध्यम से उर्मिला की खूबसूरती को दिखाना चाहते थे. रामू ने एक इंटरव्यू में कहा था कि उन्होंने फिल्म रंगीला में उर्मिला की सुंदरता को कैद कर सेक्स सिंबल का एक बेंचमार्क बनाने की कोशिश की. उन्होंने कहा कि कैमरे पर मैंने इससेे पहले इतनी सिनेमेटिक ऊंचाई नहीं पायी थी. वर्मा के अनुसार, वे उर्मिला को हमेशा एक सामान्य शख्स से अलग और लार्जर देन लाइफ के रूप में देखना चाहते रहे हैं. रामू के अनुसार, उर्मिला एक प्यारी और सादगी भरी शख्स हैं.
क एक्ट्रेस के तौर पर उर्मिला ने सन्नी देओल और डिंपल कपाड़िया की फिल्म नरसिम्हा में सेकेंड लीड रोल के साथ शुरुआत की थी, लेकिन उन्हें पहचान रंगीला फिल्म से मिली और वे रातोंरात बड़ी स्टार बन गयीं. यह 90 के दशक में उस तरह चर्चा में आयी, जिस तरह 70 के दशक में फिल्म बॉबी आयी थी. बाद में रामू ने उर्मिला को लेकर फिल्म सत्या बनायी, जिसमें उर्मिला का अभिनय निखर कर सामने आया और उन्हें ग्लैमरस से एक गंभीर अभिनेत्री की पहचान मिली.