छिन्दवाड़ा। अध्यापक संघर्प समिति छिन्दवाड़ा द्वारा सांसद व पूर्व केन्द्रीय मंत्री कमलनाथ के मुख्य आतिथ्य में होटल जेपी इन में सम्मान समारोह आयोजित किया गया। समिति के मीडिया प्रभारी राजेश जैन ने बताया कि जिले के नवाचारी 100 प्रतिशत रिजल्ट देने वाले व संघर्षशील अध्यापकों का सम्मान माननीय कमलनाथ के करकमलों से किया गया। प्रांतीय मांर्गदर्शक वासुदेव षर्मा, एच एन नरवरिया विदिशा, बाबूलाल मालवीय सीहोर, महेन्द्र पांडे दमोह, आशोक जगवालिया, रेणु सागर ने अपने विचार रखे तथा सांसद कमलनाथ को अपनी न्यायोचित मांग से अवगत कराया।
विगत 21 जनवरी को मुख्यमंत्री महोदय द्वारा शिक्षा विभाग में संविलियन की घोषणा तो कर दी किंतु आज एक माह बीत जाने पर किसी भी प्रकार का आदेश विभाग द्वारा जारी नही किया जिससे अभी भी संशय की स्थिति बनी हुई है। अतः सरकार पर आदेश जारी करने व अन्य लंबित मांगो को पूरा करने समिति संकल्पित रहेगी। यह केवल चुनावी घोषणा बनकर न रह जाये। जिले के लगभग 82 अध्यापकों का सम्मान किया गया। मंच संचालन समिति के राजेश जैन ने किया।
केशमुंडन करने वाली श्रीमती रेणु सागर हुई सम्मानित
भोपाल में महिलाओं द्वारा केश त्याग करने वाली महिलाओं को भी अध्यापक संघर्ष समिति ने आमंत्रित किया जिसमें से श्रीमती रेणु सागर शामिल हुईं। कमलनाथ ने अपने उदबोधन में कहां कि गुरूओं का सम्मान करना हमारा कर्तव्य है वे देश की भावी पीढी के निर्माता है। अध्यापकों की समस्या का समाधान करना हम लोगो का दायित्व है। मध्यप्रदेश की सत्तारूढ सरकार यदि अध्यापकों के शिक्षा विभाग में संविलियन के आदेश, छटवां सातवां वेतनमान व शिक्षकों को मिलने वाली अन्य सुविधाए समान रूप से नही देती तो आगामी विधानसभा में हमारी सरकार बनने पर पहली कैबिनेट में ही अध्यापकों की मांग पूरी कर दी जायेगी। उन्होंने समस्त सम्मानित शिक्षकों का उनके परिश्रम के लिए आभार व्यक्त किया तथा अध्यापकों के हितो की रक्षा का आश्वासन भी दिया।
ये रहे उपस्थित
दीपक सक्सेना पूर्व मंत्री म.प्र. शासन, वरिष्ठ नेता गंगाप्रसाद तिवारी, आनंद बक्षी, अमित सक्सेना , तारांचद भलावी, महेष भादे, रमेश पाटिल, हारून अख्तर, योगेश दुबे,विनोद वर्मा, अरविन्द्र भटट, विनोद डेहरिया, अनिल नेमा, संतोष डोंगरे, सविता विष्वकर्मा, कविता डेहरिया, माया ष्षर्मा, रीता मल्होत्रा, मदन ठाकुर, आरिफ, सहित बडी संख्या में अध्यापक भाई बहिन उपस्थित रहे। मुख्य अतिथि कमलनाथ विषाल फूलमाला द्वारा सम्मानित किया गया तथा समिति द्वारा प्रतीक चिन्ह भेट किया गया।