
अध्यापक अपने परिवार का पालन पोषण व बैंको द्वारा प्रदान किए गए ऋण को समय पर चुका नहीं पा रहे हैं,बैंको द्वारा समय पर किश्तों को जमा नहीं करने पर पेनल्टी के रूप में अतिरिक्त राशी वसूली जा रही हैं,अध्यापक दोहरी मार सहन करने पर मजबूर है। अध्यापको के द्वारा मांग की जा रही है कि अध्यापको का मानदेय भुगतान 1 तारीख़ को किया जाए।
मानदेय भुगतान की व्यवस्था पुनः संकुल स्तरीय की जाए,मानदेय मद और ऐरियर मद की पृथक से व्यवस्था हो ताकि मानदेय मद का दुरूपयोग ना हो और मानदेय भुगतान आसानी से किया जा सके।