
इस सफलता के बावजूद टीम के खिलाड़ी अपनी पहचान के लिए तरस रहे हैं। खिलाड़ियों के पास केवल सरकार का समर्थन है। वहीं दूसरी तरफ टीम के लिए यह भी बहुत बड़ी बात है कि क्रिकेट एसोसिएशन फॉर ब्लाइंड को अभी तक बीसीसीआई से मान्यता नहीं मिली है। खिलाड़ियों को खेल के लिए सुविधाएं प्राप्त करने में बहुत दिक्कत का सामना करना पड़ता है। कप्तान अजय रेड्डी एक तरफ जीत की खुशी मना रहे हैं तो वहीं दूसरी ओर वे काफी निराश भी हैं।
अजय ने कहा “पाकिस्तान में पीसीबी द्वारा ब्लाइंड क्रिकेट का समर्थन किया जाता है। वहां उनके लिए बजट रखा गया है। जब उन्होंने साल 2002 में वर्ल्ड कप जीता था तो उन्हें आधिकारिक तौर पर मान्यता दे दी गई थी। खेल के दौरान उन्हें रेगुलर सैलरी, सरकारी नौकरी और विशेष इनाम भी दिया जाता है। उन्होंने केवल दो वर्ल्ड कप जीते हैं और हम पांच जीत चुके हैं लेकिन हमें अभी तक कोई पहचान नहीं मिली है।” इसके साथ ही अजय ने कहा “SACHIN TENDULKAR सर और PM NARENDRA MODI जी ने हमें ट्वीट के जरिए बधाई दी लेकिन किसी ने भी सामने आकर हमें समर्थन नहीं दिया। हमें ट्वीट्स की जरूरत नहीं है।” इतना ही नहीं इन खिलाड़ियों ने अपनी यह जीत भारतीय सैनिकों को समर्पित की है।