
उसके बाद 10 फरवरी से सभी विधायकों और मंत्रियों के निवास पर सुंदरकांड का पाठकर अपनी समस्याओं से अवगत करायेंगें तथा 16 फरवरी से राजधानी भोपाल में क्रमिक धरना आयोजित कर सत्याग्रह किया जायेगा। जिसमें हर दिन 2-2 जिले भोपाल आकर क्रमिक धरना देंगें। क्रमिक धरना देकर सरकार की नींद हराम करेंगें। उसके पश्चात् आधे दिवस की हड़ताल करेंगें। उसके बाद अनिश्चित कालीन हड़ताल पर चले जायेंगें। सत्याग्रह के दौरान सरकार से प्रदेश के सभी विभागों और योजनाओं में कार्य करने वाले संविदा कर्मचारियों को नियमित करने तथा हटाए गये संविदा कर्मचारियों को वापस लिये जाने की मांग की जायेगी।
महासंघ के प्रदेश अध्यक्ष रमेश राठौर ने कहा है कि एक तरफ तो सरकार पीछे के दरवाजे से नियुक्त हुऐ गुरूजी, पंचायत कर्मी, शिक्षाकर्मी, दैनिक वेतन भोगी, अतिथि शिक्षक सभी को नियमित कर रही है वहीं दूसरी तरफ विधिवत् चयन प्रक्रिया के माध्यम् से नियुक्त हुऐ संविदा कर्मचारियों को नियमित नहीं कर रही है जो कि यह दर्शाता है कि सरकार की मर्जी है जिसे चाहे में नियमित करूं जिसे चाहे संविदा पर रखुं।