चांटाकांड: पढ़िए CM शिवराज सिंह ने पुलिस अफसरों के बीच क्या कहा | MP NEWS

भोपाल। अपने ही सुरक्षा सैनिक (SECURITY GUARD) को थप्पड़ मारने (PHYSICAL ASSAULT) के मामले में भले ही कमलनाथ और ज्योतिरादित्य सिंधिया ने क्लीनचिट दे दी हो, मीडिया भी मैनेज हो गई हो, परंतु CM SHIVRAJ SINGH को पता है कि यह थप्पड़ आम आदमी के दिल में जाकर छप गया है। मप्र पुलिस और सुरक्षा ऐजेंसियों के कर्मचारी तो काफी नाराज हैं। SOCIAL MEDIA पर उन्होंने अपनी नाराजगी भी जता दी है। ऐसे में शिवराज सिंह अब जहां मौका मिल रहा है, वहां अपने किए पर सफाई पेश कर रहे हैं। शुक्रवार को राजधानी भोपाल में आईपीएस मीट के शुभारंभ के मौके पर भी सीएम शिवराज सिंह सफाई देते नजर आए।

शुक्रवार को IPS SERVICE MEET 2018 के शुभारंभ के अवसर पर सीएम शिवराज सिंह ने अपने सुरक्षाकर्मी से बदसलूकी को लेकर सफाई देते हुए कहा कि इनती भीड़ थी कि मुझे लगा कि मैं निराश करके कैसे जाऊं। उन्होंने कहा मैं भीड़ में जाता हूं, घुसता हूं। मेरे सुरक्षाकर्मी बहुत परेशान रहते हैं। उनकी ड्यूटी अलग होती है कि वो मुख्यमंत्री को सुरक्षित रखें। वो हाथ पकडतें हैं, रोकते हैं, लाइन बनाते हैं। 

मैं अजीब तरह का मुख्यमंत्री हूं
सीएम चौहान ने कहा 'मैं कई बार उनके हाथों को हाथ से पकड़कर अलग कर देता हूं कि हटो मिलने दो। मेरा मन नहीं मानता है। मुझे लगता है कि ये मेरे भगवान यहीं खडें हैं। कोई घिसटते हुए आ रहा है, कोई रोते हुए आ रहा है। कोई मेरा कुरता पकड़ता है, कोई हाथ पकड़ता है। मैं अजीब तरह का मुख्यमंत्री हूं। आप जानते हैं कि कोई मुख्यमंत्री को हाथ नहीं लगा सकता है। लेकिन मैं तो अक्सर कहता हूं कि पकड़ो मुझे और हजारों लोग दौड़ते हैं।' 

ये मेरी जिंदगी की सार्थकता
फिर सीएम शिवराज सिंह ने कहा 'मैने तो ऐसे भी नेता देखे हैं कि मंच पर कोई पहुंच गया और आवेदन दे दिया तो अफसर सस्पेंड हो गए कि आखिर चढ़ कैसे गया। मैं किसी की आलोचना नहीं कर रहा हूं, लेकिन मन में ये भाव रहता है कि लोगों की तकलीफ दूर करना है, कष्ट दूर करना है। अपने हैं, मिल जाएं तो हाथ में हाथ पकड़कर मिलाना है। तो वो तड़प अलग रहती है, वो थकने नहीं देती, वो मन को मरने नहीं देती है। आनंद आता है कि चलो जिंदगी काम तो आ रही है, दूसरों के लिए। अगर दूसरे के चेहरे पर मुस्कारहट आ गयी, तो ये मेरी जिंदगी की सार्थकता है।'  

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