
पूर्व आर्मी चीफ का आतंकी सरगना से अलायंस
मुशर्रफ ने हाल के दिनों किसी पाकिस्तानी टीवी चैनल को दूसरा इंटरव्यू दिया। इसमें भी उन्होंने चौंकाने वाली बातें कहीं। बता दें कि मुशर्रफ की भी एक पॉलिटिकल पार्टी है। पाकिस्तान में 2018 में जनरल इलेक्शन होने वाले हैं। हाफिज सईद भी पॉलिटिकल पार्टी बना चुका है। मुशर्रफ उसकी पार्टी से अलायंस की बात कह रहे हैं। पाकिस्तान के ‘आज न्यूज’ चैनल को दिए इंटरव्यू में मुशर्रफ ने कहा- फिलहाल उनसे कोई बात तो नहीं हुई है लेकिन अगर वो अलायंस करना चाहते हैं तो मैं उनका स्वागत करूंगा।
कट्टरपंथी पार्टियों का गठबंधन चाहते हैं मुशर्रफ
परवेज मुशर्रफ ने पिछले महीने एलान किया था कि वो ग्रांड अलायंस के लिए दो दर्जन पार्टियों से बातचीत कर रहे हैं। खास बात ये है कि इनमें से ज्यादातर पार्टियां कट्टरपंथी विचारधारा वाली हैं। इनमें सुन्नी तहरीए, मजलिस-ए- वाहदुतुल मुस्लिमीन और पाकिस्तान अवामी तहरीक शामिल हैं। मुशर्रफ की पार्टी का नाम आॅल पाकिस्तान मुस्लिम लीग (APML) है। हालांकि, कुछ पार्टियों ने मुशर्रफ से तब नाता तोड़ दिया जब पूर्व राष्ट्रपति ने 23 पार्टियां का ग्रांड अलायंस या महागठबंधन बनाने का एलान किया। दो पार्टियों मजलिस-ए- वाहदुतुल मुस्लिमीन और पाकिस्तान अवामी तहरीक ने तो साफ तौर पर मुशर्रफ से खुद को अलग कर लिया।
सईद ने कहा था- जनरल इलेक्शन लड़ूंगा
एक हफ्ते पहले ही नजरबंदी से बाहर आए हाफिज सईद ने पिछले शनिवार को कहा था कि वो 2018 के जनरल इलेक्शन में जरूर उतरेगा। लाहौर हाईकोर्ट ने पिछले ही महीने हाफिज सईद को नजरबंदी से रिहा दिया था। वो जनवरी से हाउस अरेस्ट था। उसकी पार्टी का नाम मिल्ली मुस्लिम लीग है। सईद जब नजरबंद था तब अगस्त में ये पार्टी बनाई गई थी। हाफिज सईद मुंबई हमलों का मास्टरमाइंड है। हमलों में कुछ विदेशियों समेत 166 लोग मारे गए थे। अमेरिका ने उस पर 10 मिलियन (करीब 66 करोड़ रुपए) का इनाम घोषित किया था।