
ट्वीट में लिखा गया कि, प्रदेश में 2 लाख कर्मचारियों की जरूरत है, लेकिन देवेंद्र फडणवीस सरकार 30 प्रतिशत कर्मचारियों की छंटनी कर रही है। यह मेक इन महाराष्ट्र नहीं बल्कि फूल इन महाराष्ट्र योजना है। जाहिर है बेबाकी से लिखे इस ट्वीट में महाराष्ट्र सरकार पर लोगों को बेवकूफ बनाने का आरोप लगाते हुए तंज कसा गया है। जिस तरह की ट्वीट की भाषा थी उससे कतई ये नहीं कहा जा सकता कि भूलवश इसे पोस्ट कर दिया गया हो।
मोदी गांधी सबको टैग किया
मजे की बात ये कि विवादित ट्वीट को बकायदा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, मुख्यमंत्री फडणवीस, प्रदेश कांग्रेस, कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी और मुंबई कांग्रेस अध्यक्ष संजय निरुपम सहित अन्य नेताओं को टैग भी किया गया। भाजपा नेता दावा कर रहे हैं कि पार्टी के आधिकारिक ट्विटर हैंडल को हैक करके इस तरह की खुराफात की गई है। इस बारे में पुलिस और आईटी सेल में भी मामला दर्ज कराया गया है।
भाजपा में ही है कोई हमलावर
लेकिन जिस तरह से ट्वीट आया और हटाया गया, यह हैकिंग का मामला नहीं लगता। हां यह जरूर हो सकता है कि यह पोस्ट बीजेपी के ट्वीटर हेंडल पर गलती से आ गया हो, जबकि यह किसी दूसरे अकाउंट के लिए बनाया गया हो। तो क्या भाजपा की आईटी सेल अपनी ही सरकार की ठोकने के लिए किसी दूसरे ट्वीटर अकाउंट का उपयोग करती है। संगठन एक तरफ सरकार के साथ होता है तो इसी संगठन में कोई ताकतवर है जो दूसरी तरफ सरकार का एनकाउंटर करना चाहता है।