
मामला भाजपा में गुटबाजी का था। रामेश्वर शर्मा दावा कर रहे थे कि भाजपा के कार्यकर्ता अनुशासित हैं और कोलारस से जो भी प्रत्याशी घोषित होगा उसके लिए एकजुट होकर काम करेंगे। इसी बीच सवाल पूछ लिया गया कि 'आप खुद गुटबाजी का शिकार हैं। आपकी विधानसभा में एक पार्षद पति आप पर खुले आरोप लगा रहा है। आपके क्षेत्र में कार्यक्रम होते हैं लेकिन आपको बुलाया तक नहीं जाता।' इसी के साथ कोलार को लेकर एक और सवाल आ रहा था कि तभी प्रभारी रामेश्वर शर्मा ने प्रेस कांफ्रेंस खत्म की और धीरे से खिसक लिए।
बता दें कि रामेश्वर शर्मा भोपाल में हुजूर नाम की विधानसभा से विधायक हैं। इस सीट पर उनके खिलाफ लामबंदी हो रही है। भाजपा के ही कई नेता उनका टिकट कटवाने की तैयारियां कर चुके हैं। भाजपा नेता श्याम सिंह मीणा ने तो मोर्चा खोल रखा है। चौंकाने वाली बात तो यह है कि भोपाल में भाजपा के दिग्गज नेता रामेश्वर शर्मा विरोधियों को संरक्षण दे रहे हैं।
तीखा सवाल आते ही प्रेस कांफ्रेंस से खिसक लिए भाजपा प्रभारी रामेश्वर शर्मा pic.twitter.com/SHxFYUW6ST— Bhopal Samachar (@BhopalSamachar) December 1, 2017