BJP: भदौरिया के सहारे मंत्री का टिकट काट खुद MLA बनना चाहती थी संजू: MP NEWS

भोपाल। भिंड की जनपद पंचायत अध्यक्ष संजू जाटव के खिलाफ पारित हुए अविश्वास प्रस्ताव ने ना केवल उनकी वर्तमान कुर्सी छीन ली बल्कि भविष्य की शानदार प्लानिंग पर भी पानी फेर दिया। बताया जा रहा है कि संजू जाटव की नजर गोहद विधानसभा सीट पर थी। जहां से फिलहाल मंत्री लाल सिंह आर्य विधायक हैं। इसके लिए संजू ने अरविंद भदौरिया से मधुर रिश्ते बनाए। भदौरिया ने भी संजू को पर्याप्त अवसर दिए। सबकुछ ठीक चल रहा था कि तभी अरविंद भदौरिया के अटैर उपचुनाव के समय एक घटनाक्रम ऐसा हुआ कि संजू जाटव की सारी प्लानिंग बिखरती चली गई और अंतत: जो कुर्सी हाथ में थी वो भी निकल गई। हालांकि संजू ने हार नहीं मानी है, वो अब भी भोपाल के संपर्क में है। 

संजू जाटव के खिलाफ 17 नवंबर को 19 जनपद सदस्यों ने भिंड कलेक्टर इलैया राजा टी के समक्ष अविश्वास प्रस्ताव पेश किया था। कलेक्टर कोर्ट में सभी सदस्यों के बयान कराए गए और शपथ पत्र लिए गए। जनपद सदस्यों के शपथ पत्रों की जिला पंचायत सीईओ सपना निगम से जांच कराई गई। कलेक्टर ने भिंड ने जनपद पंचायत के सभी 25 सदस्यों और जनपद अध्यक्ष को नोटिस जारी कर 3 दिसंबर को जनपद का विशेष सम्मेलन में आमंत्रित किया गया।

रविवार शाम विशेष सम्मेलन में भिंड के SDM संतोष तिवारी ने सभी सदस्यों से अविश्वास प्रस्ताव का कारण पूछा। इस दौरान अध्यक्ष संजू जाटव ने सदस्यों की बात का जवाब भी दिया। SDM संतोष तिवारी के मुताबिक अविश्वास प्रस्ताव पारित होने के बाद वोटिंग कराई गई, संजू जाटव के पक्ष में 3 जबकि विरोध में 22 वोट आए, और अविश्वास प्रस्ताव पारित हो गया। संजू जाटव से अध्यक्ष का पद तो छिना ही, उनके विधायक बनने की तैयारी भी फिलहाल बेकार होती नजर आ रही है। गौरतलब है कि संजू भिंड की जनपद अध्यक्ष रहते गोहद की रिजर्व सीट पर सक्रियता बढ़ा रही थीं।

2 साल पहले BSP से आई थी BJP में
संजू जाटव 2015 में भिंड में जनपद सदस्य चुनी गई थीं। स्थानीय विधायक नरेंद्र सिंह कुशवाह और BJP से BSP में गए पूर्व सांसद डॉ.रामलखन सिंह की राजनीतिक प्रतिद्वंद्विता में संजू को फायदा मिला और वह BJP में आकर जनपद अध्यक्ष बन गईं। उस वक्त संजू के पति गजराज ने नरेंद्र सिंह कुशवाह पर आरोप लगाया था कि उन्होंने संजू को किडनैप करने की धमकी देकर BJP में आने के लिए बाध्य किया है, जबकि खुद संजू ने इस आरोप को खारिज कर दिया था।

मंत्री की सीट पर कर रही थी तैयारी
अपने दो साल के कार्यकाल में संजू ने गोहद की रिजर्व विधानसभा सीट को लक्ष्य बनाते हुए वहां सक्रियता ब़ढ़ाई और अपना पक्ष मजबूत करने के लिए उस वक्त अटेर उप चुनाव में BJP कैंडिडेट अरविंद भदौरिया के समर्थन में प्रचार करते हुए उनसे नजदीकी बनाई। संजू जाटव को पता था कि बीजेपी में आगे बढ़ना है तो आरएसएस से जुड़े नेताओं से रिश्ते बढ़ाओ। इसीलिए उसने अरविंद भदौरिया को चुना। गौरतलब है कि गोहद से वर्तमान में प्रदेश के मिनिस्टर लाल सिंह आर्य विधायक हैं, लेकिन वह गोहद के तत्कालीन कांग्रेस विधायक माखन जाटव की हत्या के मामले में कोर्ट कार्यवाही से गुजर रहे हैं। इसलिए संजू को उम्मीद थी समर्थन जुटा कर वह 2018 के लिए गोहद की BJP उम्मीदवार बन सकेंगी।

इस घटना ने संजू का भाजपा में बढ़ता कद घटा दिया था
अटेर विधानसभा के उपचुनाव के दौरान अरविंद भदौरिया के समर्थन में कैंपेन करने आए CM शिवराज सिंह ने नरसिंहगढ़ गांव में रात्रि विश्राम किया। संजू के पति गजराज CM शिवराज सिंह से मिलने की कोशिश में उनके सुरक्षाकर्मियों से उलझ गए। हालांकि खुद CM ने बाहर निकल कर गजराज को शांत किया था। इसके बाद से संजू राजनीति के स्थानीय दिग्गजों के निशाने पर आ गईं। इसके बाद बौखलाहट में उनके पति गजराज लगातार उग्र जातिवादी राजनीति में मुखर होने लगे, और भीम सेना की रैली में मनुवादियों को गालियां देते नजर आए। गजराज की इन गतिविधियों ने BJP के रणनीतिकारों को नाराज कर दिया और नतीजतन जनपद अध्यक्ष का पद उनसे छिन गया। अब संजू यह कहते हुए भोपाल तक अपना पक्ष रख रही हैं कि पति की गलती की सजा उन्हें क्यों दी जा रही है।

कुर्सी जाते ही पुलिस ने पति को किया गिरफ्तार
जनपद पंचायत में अध्यक्ष की कुर्सी गंवाते ही भिंड सिटी कोतवाली और देहात थाने की पुलिस टीम चंदनपुरा स्थित संजू जाटव के निवास पर पहुंची, और उनके पति गजराज सिंह को गिरफ्तार कर लिया। सीएसपी वीएस तोमर के मुताबिक शहर में पिछले दिनों 2 समुदाय के बीच हुए विवाद के दौरान गजराज जाटव ने भड़काऊ भाषण दिया था। इस मामले में वार्ड 39 के पार्षद मुकेश गर्ग सहित अन्य लोगों पर मामला दर्ज किया था। बाद में गजराज जाटव को भी इसमें आरोपी बनाया गया था। इसी मामले में गजराज जाटव को गिरफ्तार किया गया है।

#buttons=(Accept !) #days=(20)

Our website uses cookies to enhance your experience. Check Now
Accept !