भोपाल। राजधानी में एक युवा इंजीनियर को एक लड़की ने कार से खींचा और जलती हुई लड़की से हमला कर दिया। वो कुछ समझ पाता इससे पहले पब्लिक उस पर टूट पड़ी। वो खुद को बचाने की नाकाम कोशिश करता रहा। पब्लिक ने उसे अधमरा कर दिया। इसी बीच डायल 100 आ गई और पुलिस उसे एमपी नगर थाने ले गई। थाने में बैठा युवा इंजीनियर बस यह पूछ रहा था कि उसका गुनाह क्या है। वो खुद पीड़ित है लेकिन पुलिस रिपोर्ट नहीं लिख रही।
ये हुआ घटनाक्रम
छोला रोड नवजीवन कॉलोनी निवासी 27 वर्षीय ऋषभ उर्फ ऋषि भारद्वाज न्यू मार्केट स्थित आवास संघ में सिविल इंजीनियर हैं। उन्होंने बताया- मैं सोमवार शाम अपने दो दोस्त और उनकी पत्नी के साथ हबीबगंज स्टेशन से एमपी नगर की तरफ कार से आ रहा था। मानसरोवर तिराहे पर ग्रीन सिग्नल होने पर मैंने कार आगे बढ़ा दी। इसी दौरान रेड सिग्नल जंप कर एक बाइक मेरी कार से टकरा गई। बाइक पर पीछे बैठी युवती उछलकर कार पर गिरी। मैंने कार का गेट खोलते हुए उन्हें चिल्लाते हुए कहा कि ऐसी गाड़ी चलाते हो। इसके बाद मैं वहां से आगे निकल आया। प्रगति पेट्रोल पंप के पास पहुंचने पर बाइक सवार ने ओवरटेक कर मुझे रोक लिया। पीछे बैठी युवती हाथ में जलती लकड़ी लिए हुए थी। वह उतरी और हमला कर दिया।
पलक झपकते ही पब्लिक भी टूट पड़ी
मेरे कुछ पूछने के पहले ही लोगों ने मुझे पकड़कर मारना शुरू कर दिया। मेरे दोनों दोस्त और भाभी जान बचाकर किसी तरह वहां से भागे। मैं चौराहे पर मौजूद पुलिसकर्मी से हाथ जोड़कर कहता रहा कि मुझे थाने पहुंचा दो, लेकिन उसने कुछ नहीं किया। लोग मुझे बेरहमी से पीट रहे थे। सब इतने गुस्से में थे, जैसे मुझे आज मार ही डालेंगे। डायल-100 मुझे एमपी नगर पुलिस थाने ले आई। मुझे थाने में बैठे हुए 3 घंटे हो गए, लेकिन ना तो वे मेरी शिकायत लिख रहे हैं और ही कोई मेरे खिलाफ शिकायत करने आया। पुलिसकर्मी कह रहे हैं कि 24 घंटे तक बैठना पड़ेगा। उसके बाद देखेंगे। मुझे समझ नहीं रहा कि यह क्या हो रहा है? मुझे लोगों ने मारा है और मुझे ही थाने में बैठाया जा रहा है। अगर मैंने कुछ गलत किया है तो उस लड़की को शिकायत करनी चाहिए। पत्नी फोन करके पूछ रही है। मैं उसको क्या बताऊं?'