भोपाल: आंगनबाड़ी कार्यकर्ता हाइवे पर बैठीं, 7 घंटे लगा जाम | EMPLOYEE NEWS

भोपाल। मप्र बुलंद आवाज नारी शक्ति आंगनबाडी कार्यकर्ता संघ के बैनर तले 7000 से ज्यादा महिला कर्मचारियों ने राजधानी के होशंगाबाद हाइवे पर जाम लगा दिया। पूरे 7 घंटे तक जाम लगा रहा। अंतत: सरकार को झुकना पड़ा और महिला बाल विकास मंत्री ने प्रतिनिधि मंडल से मुलाकात की। इससे पहले सीएम हाउस की तरफ बढ़ रहीं कार्यकर्ताओं पर पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया था। इसी से गुस्साईं महिलाओं ने हाइवे जाम कर दिया। चौंकाने वाली बात यह है कि पुलिस और खुफिया तंत्र को पता ही नहीं था कि आंदोलन इस स्तर पर होने वाला है। वो 500 महिलाओं के लिए तैयारियां किए बैठीं थीं जबकि 5000 से ज्यादा महिलाएं आ गईं। 

गौरतलब है कि नियमितिकरण, मानदेय में वृद्धि, अध्यापक संवर्ग के समान दर्जा दिए जाने समेत अन्य मांगों को लेकर प्रदेशभर से आंगनबाडी कार्यकर्ता 11 मील तिराहे पर शुक्रवार की सुबह एकत्रित हुए। मप्र बुलंद आवाज नारी शक्ति आंगनबाडी कार्यकर्ता संघ के बैनर तले एकत्रित हुई करीब सात हजार महिला कार्यकर्ता मुख्यमंत्री निवास पर प्रदर्शन करने के लिए निकल रही थी। इसी दौरान पुलिस ने आंगनबाडी कार्यकर्ताओं को रोक दिया। आंगनबाडी कार्यकर्ताओं ने इसका विरोध किया, लेकिन पुलिस उनको आगे बढ़ने से लगातार रोक रही थी। तभी कुछ महिलाएं जबरदस्ती आगे बढ़ने लगी तो पुलिस ने हल्का बल प्रयोग कर उनको तितर-बितर करने की कोशिश की, लेकिन स्थिति बिगड़ गई। इस बल प्रयोग में आंगनबाडी कार्यकर्ताओं पूर्णा शर्मा, शगुन राजपूत समेत अन्य को हाथ में चोट आई।

पुलिस की कार्रवाई से नाराज होकर हाइवे पर कर दिया जाम
पुलिस कार्रवाई से नाराज आंगनबाडी कार्यकर्ता व सहायिका दोपहर बारह बजे से हाईवे पर ही सडक पर बैठ गईं। बिना सूचना धरने पर बैठी आंगनबाडी कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं के कारण होशंगाबाद हाइवे पर करीब 7 घंटे जाम लगा रहा। भोपाल-होशंगाबाद से आने व जाने वाले वाहन घंटों जाम में फंसे रहे। कुछ वाहनों को 11 मील बायपास से डायवर्ट किया गया। जब महिला कार्यकर्ता धरने से नहीं उठीं, तो एक प्रतिनिधिमंडल को महिला बाल विकास मंत्री से मिलवाने ले जा गया। जहां मांगों को लेकर बातचीत हुई। मंत्री ने मांगों को लेकर आश्वासन दिया। जिससे शाम करीब साढ़े सात बजे धरना समाप्त किया।

पुलिस को खुफिया तंत्र फेल
इस आंगनबाडी कार्यकर्ताओं के आंदोलन में पुलिस के विशेष शाखा पुलिस और लोकल इंटेलिजेंस बुरी तरह से फेल सबित हुआ। उनको उम्मीद ही नहीं थी, इतनी संख्या में महिलाएं भोपाल की तरफ आ रही है। अगर समय रहते उनको नहीं रोका जाता तो शहर में क्या स्थिति होती। इस घटना को एक बार पुलिस ने सही तरीके से जानकारी नहीं मिल पाई थी। जिसके कारण कई लोगों को जाम में फंसकर परेशान होना पड़ा।

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