
रातभर परेशान होती रही छात्रा
जानकारी मुताबिक, कोतवाली थाना इलाके के फैमिली की 11 साल की बेटी शहर को प्राइवेट इंस्टीट्यूट में 7वीं क्लास में पढ़ती थी। जो रितानाला मडाहार के एरिया में पहाड़ियों के बीच जंगल में यीशु भवन आश्रम के नाम से चलाई जा रही थी। शनिवार की शाम करीब 6 बजे छात्रा चोरी छिपे होस्टल से भाग निकली। जंगल के रास्ते 4 से 5 किलोमीटर भागकर टपरयाऊ गांव पहुंची।
जहां उसे मनोज यादव नाम का व्यक्ति मिला जिसने उसे बांदकपुर पुलिस चौकी अपनी बाइक से पहुंचाया। बांदकपुर पुलिस चौकी प्रभारी आकांक्षा ने जबलपुर नाका पुलिस चौकी से कांटेक्ट किया। रात करीब 12 बजे जबलपुर नाका पुलिस चौकी छात्रा काे लाया गया। काफी पूछताछ के बाद उसने अपना नाम बताया और फैमिली और होस्टल की जानकारी दी। इसके बाद पुलिस छात्रा को उसके परिवार के पास लेकर पहुंची जहां उसने आपबीती सुनाई। पिता लड़की के साथ वापस पुलिस स्टेशन पहुंचा और होस्टल के केयर टेकर के खिलाफ मामला दर्ज की।
एक ही भवन में लड़कियां और आरोपी की फैमिली रहती थी
आश्रम परिसर बने होस्टल में आरोपी अपने परिवार के एवं चार छात्राओं के साथ रहता था। पीड़ित लड़की के मुताबिक, 5 से 8 साल की 3 लड़की और रही हैं। एक छत के नीचे आरोपी उसकी पत्नी और दो बच्चे भी रहते हैं। आश्चर्य की बात यह है कि बाहर से दो दरवाजे हैं लेकिन अंदर से भवन खुला है। मौके पर पुलिस के पहुंचने पर बच्चियों को एक कमरे में बंद कर दिया गया। पुलिस ने उनका नाम पता लिखा और पैरेंट्स की जानकारी जुटाई। इसके अलावा परिसर में लड़को का भी हॉस्टल है जिसमें 5 लोग रहते हैं। इस मामले में केरल की रहने वाली आरोपी जूली थामस के खिलाफ धारा 354 (क), 506 आईपीसी, 9/10 पाक्सो एक्ट के तहत मामला दर्ज कर कोर्ट में पेश किया जहां से उसे जेल भेज दिया गया है।