भोपाल। भोपाल गैंगरेप मामले में अब तकनीकी शिक्षा राज्य मंत्री दीपक जोशी महिलाओं के निशाने पर आ गए हैं। मंत्री माया सिंह के बाद अब कई महिला संगठनों ने जोशी का विरोध शुरू कर दिया है। महिलाओं ने जोशी से पूछा है कि क्या रेप केवल कोचिंग से 7 बजे के बाद लौटने वाली छात्राओं के साथ ही होते हैं। बता दें कि जोशी ने कहा था कि 8 बजे के बाद कोचिंग बंद कर दी जानी चाहिए। साथ ही यह भी कहा था कि छात्राओं की सुरक्षा की गारंटी कोचिंग संचालकों की होगी। महिलाओं ने कहा कि सुरक्षा उपलब्ध कराने की जिम्मेदारी सरकार की है। जनता मनमाना टैक्स इसीलिए दे रही है। यदि सरकार अपनी जिम्मेदारी नहीं निभा सकती तो इस्तीफा दे दे।
प्रदेश के प्रमुख महिला संगठनों और जन संगठनों ने मंत्री दीपक जोशी के इस बयान पर कड़ी आपत्ती दर्ज करते हुये इसे शासन के द्वारा अपनी जिम्मेदारी से पल्ला झाडने वाला बताया है। अखिल भारतीय जनवादी महिला समिति, संगिनी, भारत ज्ञान विज्ञान समिति, समता, मध्य प्रदेष विज्ञान सभा, घरेलू कामगार महिला संघ, स्टूडेंट फेडरेशन आॅफ इंडिया, एका ने एक संयुक्त बयान जारी कर शासन को इस फरमान को वापस लेने और पुलिस व्यवस्था को दुरूस्त करने की मांग की है।
संगठनों का कहना है कि क्या प्रदेश में केवल कोचिंग से आने वाली छात्राओं के साथ ही दुव्यर्वहार होता है ? घर के पास खेलने वाली बच्ची के साथ बलात्कार कर प्रदेश के गृहमंत्री के घर के पास उसका शव फेंक कर जाने वाले अपराधी जिस प्रदेश में हों और अपने घर पर सोने वाली अस्सी साल की वृद्धा के साथ बलात्कार करके उसे मार डालने वाले अपराधी जिस राजधानी में खुले घूमते हों उस प्रदेश में इस तरह के आदेश पीड़ित के ही खिलाफ जाते हैं।
संगठनों ने सरकार से यह भी पूछा है कि क्या इस प्रदेश में और भोपाल में बलात्कार, छेड़छाड़ शाम को ही होते हैं ? दरअसल प्रदेश और देश की सरकार 2012 की दिल्ली की बलात्कार की जघन्य घटना से भी नहीं चेती है। जस्टिस वर्मा ने जो सिफारिशें दी थीं यदि वे लागू कर दी जाती तो इस तरह की घटनाओं पर काबू पाया जा सकता था। लेकिन सरकारों की इस दिशा में काम करने की कतई राजनैतिक इच्छाशक्ति नहीं है।
अखिल भारतीय जनवादी महिला समिति की नीना शर्मा, संगिनी की प्रार्थना मिश्रा, भारत ज्ञान विज्ञान समिति की आषा मिश्रा, घरेलू कामगार महिला संघ की बलजीत सलूजा, एका की निधी, मध्य प्रदेश विज्ञान सभा के एस आर आज़ाद, स्टूडेंट फेडरेशन आॅफ इंडिया के दीपक पासवान ने भोपाल में इस सामूहिक बलात्कार के खिलाफ हो रहे प्रदर्शनों का समर्थन करते हुये कहा है कि वे कोचिंग संस्थाओं के सात बजे के पहले चलाने ओर छात्राओं की सुरक्षा की जिम्मेदारी पूरी तरह से कोचिंग संस्थाओं पर ही डालने के सरकार के फरमान का विरोध करते है। कानून व्यवस्था को बनाये रखने की जिम्मेदारी सरकार की है और उसे इसे निभाना चाहिये। संगठनों ने इस घटना में पीड़ित की रिपोर्ट समय पर न लिखने वाले सभी पुलिस अधिकारियों को बर्खास्त करने की मांग की है।