डंके की चोट पर बता रहा हूं, मप्र में अमेरिका से क्या क्या अच्छा है: शिवराज सिंह

भोपाल। मप्र की सड़कों को अमेरिका के वॉशिंगटन डीसी की सड़कों से बेहतर बताने वाले बयान पर सोशल मीडिया में ट्रोल हुए सीएम शिवराज सिंह चौहान अमेरिका से भोपाल लौट आए हैं। उन्होंने अपने बयान पर कायम रहते हुए कहा कि सिर्फ सड़क ही नहीं और भी बहुत कुछ अच्छा है। इंदौर की साफ-सफाई न्यूयॉर्क से ज्यादा अच्छी है। भोपाल की वीआईपी रोड वॉशिंगटन डीसी की सड़कों से अच्छी है। यहां महिलाओं को अमेरिका से ज्यादा सम्मान और आरक्षण मिलता है। यहां की मीडिया अमेरिका से ज्यादा स्वतंत्र है। तटस्थ व निष्पक्ष है। सरकार की बारह भी बजानी है तो ठाठ से बजाती है। 

अमेरिका यात्रा से रविवार को भोपाल लौटे मुख्यमंत्री ने कहा कि न्यूयॉर्क से ज्यादा साफ-सुथरा इंदौर है। भोपाल दूसरे नंबर है। यहां का तालाब और वीआईपी रोड दुनिया के खूबसूरत तालाबों व सड़कों में से एक है। मुख्यमंत्री ने इसके बाद यह भी जोड़ा कि यह मैं बोल रहा हूं, जिसको लिखना है लिखे। डंके की चोट पर मैं यह कह रहा हूं। इससे पहले अपनी बात पर कायम रहते हुए उन्होंने कहा कि वॉशिंगटन डीसी की 92 फीसदी सड़कें खराब हैं। उसकी तुलना में मप्र में हमने कई सड़कें अच्छी व विश्वस्तरीय बनाई हैं। इंदौर के एयरपोर्ट से सुपर कॉरीडोर होकर जाने वाली सड़क बेहद खूबसूरत है। 

गौरतलब है कि सड़कों को लेकर वॉशिंगटन में दिए गए बयान के बाद सोशल मीडिया पर खासा विवाद हुआ। लिहाजा भोपाल लौटते ही मुख्यमंत्री ने खास तौर पर सड़कों को लेकर अपनी बात कही। उन्होंने कांग्रेस पर भी जमकर कटाक्ष किया। उन्होंने कहा कि कांग्रेसियों ने अमेरिका फोटो भेज दी और कार्रवाई की मांग की। वे हर मामले में कोर्ट-कचहरी के चक्कर काट रहे हैं। यहां कोई नहीं सुन रहा, इसलिए अमेरिका तक पहुंच गए। गुलामी की मानसिकता वाली कांग्रेस ने भारत का सत्यानाश कर दिया। मैं तो अमेरिका मप्र की ब्रांडिंग के लिए ही गया था। कांग्रेस यदि मेरी विदेश यात्रा के बाद हुए निवेश पर श्वेत पत्र मांग रही है तो उसे भी जारी कर देंगे। अमेरिका से संबंधों पर उन्होंने कहा कि अब ये और प्रगाढ़ होंगे। 

महिलाओं की भी यहां ज्यादा तवज्जो 
सड़क और सफाई से तुलना करने के बाद मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि महिला सशक्तिकरण पर मप्र में ज्यादा काम हुआ है। उन्हें आरक्षण मिला हुआ। यह बात मैंने अमेरिका में कही कि आपके यहां महिला राष्ट्रपति बनते-बनते रह गई। अमेरिका का मीडिया भी एकतरफा चलता है, जबकि मप्र का तटस्थ व निष्पक्ष है। सरकार की बारह भी बजानी है तो ठाठ से बजाता है। 

इंदौर-रतलाम का नमकीन यूएसए भेजेंगे
इंदौर-रतलाम का नमकीन अमेरिका एक्सपोर्ट किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि इसके लिए भोपाल-इंदौर में अंतरराष्ट्रीय फ्लाइट शुरू करने की कोशिश होगी। 

अमेरिका यात्रा से ये फायदा
अमेरिका में बने फ्रेंड्स ऑफ एमपी के लोग 3 जनवरी 2018 को इंदौर आएंगे। कॉन्क्लेव 4-5 जनवरी को होगा। जिसमें न्यूयार्क, न्यूजर्सी, हृयूस्टन, बोस्टन और कैलिफोर्निया के साथ-साथ लंदन, दुबई, सिंगापुर आदि में बसे लोग आएंगे। वहां के डॉक्टरों की टीम मप्र आने को तैयार है। वो स्मार्ट क्लासेस लेने के साथ ऑपरेशन करेंगे। अप्रैल में इंदौर आकर थेलेसीमिया पीड़ितों का इलाज करेंगे। बोनमेरो ट्रांसप्लांट की पहली सर्जरी होगी। इस पर सिर्फ 5 लाख खर्च आएगा।  प्रोक्टर एंड गैंबल इंदौर-भोपाल में डाटा सेंटर बनाएगी। मंडीदीप में स्थित इकाई में 400 करोड़ का और निवेश करेगी। कैम्ब्रिज एजुकेशन ने मप्र में स्किल सेंटर खोलने में रुचि दिखाई है।

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