इन्हें ऐसा कहने में शर्म तक नहीं आ रही: नरेंद्र मोदी

बेंगलुरु। कश्मीर की आजादी पर दिए पी. चिदंबरम के बयान को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कांग्रेस को आड़े हाथों लिया। रविवार को पीएम ने कर्नाटक की रैली में कहा कि कांग्रेस नेता क्यों कश्मीर की आजादी चाहने वालों के सुर में सुर मिला रहे हैं। ये हमारे बहादुर सैनिकों का अपमान है। इसके पहले स्मृति ईरानी और अरुण जेटली भी चिदंबरम के बयान की निंदा कर चुके हैं। बता दें कि चिदंबरम ने शनिवार को गुजरात के राजकोट के एक प्रोग्राम में कहा- जब जम्मू-कश्मीर के लोग जब आजादी के बारे में बात करते हैं तो वास्तव में उनकी चाहत ऑटोनॉमी (स्वायत्तता) होती है।

मोदी ने कहा, "कांग्रेस नेता के कश्मीर पर दिए गए बयान से ये साफ है कि सेना की बहादुरी और सर्जिकल स्ट्राइक पर उनकी पार्टी क्या सोचती है। कांग्रेस लीडर उनकी लोगों की आवाज को क्यों उठा रहे हैं, जो कश्मीर में आजादी चाहते हैं। इन्हें ऐसा कहने में शर्म तक नहीं आ रही। कांग्रेस को इसका जवाब देना चाहिए।

जो कल तक सत्ता में रहते थे आज यूटर्न ले लिया। कश्मीर की आजादी के साथ अपना स्वर मिला रहे हैं। मैं पूछना चाहता हूं कि ऐसे लोग जो देश के वीरों के बलिदान पर अपनी राजनीति करने पर तुले हैं, क्या ऐसे लोगों से देश का भला हो सकता है। इन लोगों को ये कहने में शर्म नहीं आ रही है। कांग्रेस पार्टी को इस बयान का हर पल जवाब देना पड़ेगा।

लगातार हार के बाद लगा कि कांग्रेस में कुछ समझदार लोग उसे सही रास्ते पर लाने की कोशिश करेंगे। लेकिन एक के बाद एक घटनाएं, गैर जिम्मेदाराना व्यवहार देख रहा हूं। लगता है कि कांग्रेस ने तय कर लिया है कि हमें सुधरना नहीं है। वरना हार से लोग सीखते हैं, गलतियों से सीखते हैं। लेकिन इनका अहंकार 7वें आसमान पर है। जनता से कट चुके हैं और आशाओं-आकांक्षाओं से कट चुके हैं।

डोकलाम मुद्दे पर कांग्रेस ने झूठी खबरें फैलाईं
मोदी ने भारत-चीन के बीच सिक्किम में हुए सीमा विवाद पर कहा, ''भारत की डिप्लोमैटिक ताकत, संयम और धैर्य डोकलाम में देखा। चीन कितना ही शक्तिशाली क्यों ना हो, लेकिन धैर्य की कसौटी पर भारत खरा उतरा। आज भारत की सामर्थ्य को पूरी दुनिया देख रही है। लेकिन, कांग्रेस के लोग आए दिन डोकलाम के नाम पर झूठी खबरें प्रचारित कर रहे हैं।''

देश के टुकड़े करना चाहती है कांग्रेस: स्मृति
स्मृति ईरानी ने शनिवार को कहा, ''मुझे आज चिदंबरम के बयान पर बेहद हैरानी हुई। भारत को टुकड़ों में बांटने वाला उनका बयान शर्मनाक है, जो कांग्रेस की सोच को उजागर करता है। आप कश्मीर में जान गंवाने वाले सिक्युरिटी फोर्सेस का सपोर्ट करें, ताकि वहां के लोग कानून के दायरे में शांति से रह सकें।

जेएनयू में जब भारत तेरे टुकड़े होंगे के देश विरोधी नारे लगाए गए तो राहुल गांधी ने उन लोगों का सपोर्ट किया था। अब वह सरदार पटेल की धरती से कश्मीर की आजादी की बात कर रहे हैं। जिन्होंने (पटेल) देश को अखंड बनाने के लिए पूरा जीवन लगा दिया। कांग्रेस जनता को क्या मैसेज देने की कोशिश कर रही है। क्या वे अपने राजनीतिक फायदे की दहलीज पर राष्ट्रीयता की बलि चढ़ा रहे हैं?

कांग्रेस का नजरिया देश के राष्ट्रीय हितों के खिलाफ: जेटली
वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा, ''जम्मू-कश्मीर को आजादी देने के मसले पर कांग्रेस का नजरिया भारत के राष्ट्रीय हितों के खिलाफ है। कश्मीर समस्या कांग्रेस की देन है। अपने पहले की गलतियों से सबक लेने की बजाय कांग्रेस इसे देश के लिए संकट बनाना चाहती है। क्या चिदंबरम का कमेंट कांग्रेस का ऑफिशियल बयान है। ये पार्टी को फौरन साफ करना चाहिए। कांग्रेस देश और खुद को धोखा दे रही है और कश्मीर में अलगाववाद को बढ़ावा दे रही है। ये देश के हितों के खिलाफ है।''

कांग्रेस सरकार के वक्त 10 साल तक कश्मीर में आतंकवाद चरम पर था। उन्होंने इसे खत्म करने के लिए कोई कदम नहीं उठाए। हमारी सरकार ने टेरर फंडिंग पर रोक लगाई। इससे पत्थरबाजी पर रोक लग पाई है।''

कश्मीर के लोगों से बातचीत में मुझे ये पता चला: चिदंबरम
पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा, "जब मैंने जम्मू-कश्मीर के लोगों से बातचीत की तो मुझे पता चला कि आजादी की बात करने वाले असल में ऑटोनॉमी चाहते हैं। कश्मीर के लोगों को बड़ी ताकतें देने की जरूरत है और जम्मू-कश्मीर के कुछ खास इलाकों को ऑटोनॉमी दी जानी चाहिए।

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