
एक प्रत्यक्षदर्शी के मुताबिक, एक कांस्टेबल ने घटना की जानकारी दी। इसके विरोध में स्थानीय लोगों ने पुलिस चौकी का घेराव किया और उसमें तोड़फोड़ की कोशिश की। घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस अधीक्षक विपिन ताडा तुरंत घटनास्थल पर पहुंच गए। आरोपी सब इंस्पेक्टर को गिरफ्तार कर उसे सस्पेंड कर दिया गया है। एसपी ने बताया कि सब इंस्पेक्टर के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया।
यूपी से आ रही एक अन्य खबर में हजरतगंज थाना प्रभारी आनंद शाही ने बताया कि जांच में विधानसभा में बम रखे होने की सूचना पूरी तरह फर्जी पाई गई है। उन्होंने बताया कि बम की सूचना के लिए पुलिस कंट्रोल रूम में फोन किया गया था। कॉल आते ही बम निरोधक दस्ते द्वारा पूरे विधानसभा परिसर के चप्पे-चप्पे की गहनता से जांच की गई, जिसके बाद सूचना फर्जी पाई गई। मामले में एफआईआर दर्ज कराई जा रही है और फोन करने वाले शख्स की तलाश की जा रही है।
गौरतलब है कि यह कोई पहला मौका नहीं है जब विधानसभा में बम होने की फर्जी कॉल पुलिस को की गई है, इससे पहले अगस्त महीने में भी एक शख्स ने यूपी विधानभवन को बम से उड़ाने की धमकी दी थी. सूचना के बाद सुरक्षा एजेंसियों में हड़कंप मच गया था। विधान भवन को उड़ाने की धमकी डायल 100 पर दी गई थी।