
रेलवे कर्मचारी मथुरा का निवासी है। उसने पुलिस को बताया कि सात साल पहले पत्नी बीमार हुई थी। एक नर्सिंग होम में इलाज चल रहा था। एक परिचित ने तांत्रिक के बारे में बताया। तांत्रिक अस्पताल आया। पत्नी दूसरे दिन ठीक हो गई। तभी से तांत्रिक ने वसूली का खेल शुरू कर दिया। पत्नी आए दिन बीमार हो जाती है। तांत्रिक ठीक करने के पैसे मांगता है। पत्नी को लगता है कि तांत्रिक इलाज नहीं करेगा तो वह ठीक नहीं होगी।
पुलिस ने रेलवे कर्मचारी से कहा कि वह पत्नी का किसी मनोचिकित्सक से इलाज कराए। तांत्रिक के खिलाफ तहरीर दे। पुलिस तांत्रिक खिलाफ रंगदारी की धारा में कार्रवाई कर सकती है। तंत्रमंत्र करके वह किसी को भी बीमार कर सकता है। इस आरोप में कोई मुकदमा नहीं बनता। विज्ञान के युग में वह ऐसी बातें नहीं करें। रेलवे कर्मी ने पुलिस को तहरीर दी है।