
गेच्युटी केंद्र के नए फॉर्मूले से देना है या पुरानी व्यवस्था से, ये सरकार को तय करना है। पुराने हिसाब से गेच्युटी 10 लाख रुपए मिलेगी और नए फॉर्मूले में 20 लाख रुपए या साढ़े 16 माह का वेतन, जो कम हो, दिया जाएगा। विभागीय अधिकारियों ने बताया कि छत्तीसगढ़ से सहमति मिलने के बाद अब फैसला सरकार को करना है। राज्य के अधिकारियों-कर्मचारियों को सातवां वेतनमान देने संबंधी निर्णय के लिए भेजे प्रस्ताव में पेंशनर का मामला भी शामिल था पर कोई निर्णय नहीं हो सका। इसको लेकर पेंशनरों में अपनी आपत्ति भी दर्ज कराई।
सूत्रों के मुताबिक पिछले दिनों वित्त मंत्री जयंत मलैया ने पेंशनर्स संगठन से जुड़े कुछ प्रतिनिधियों को अपने घर बुलाया था। उन्होंने मांगों पर बात करने से पहले मिठाई खिलाई और संकेत दिए कि सरकार का रवैया सकारात्मक है और जल्द ही फैसला भी होगा। माना जा रहा है कि दीपावली से पहले यह फैसला हो सकता है।