पटना। राजीव नगर की घुड़दौड़ रोड 1980 से विवादित चली आ रही एक जमीन पर हाउसिंग बोर्ड के अधिकारी पुलिस बल के साथ जेसीबी मशीनें लेकर पहुंच गए और इलाके में हुए निमार्णों को अतिक्रमण बताकर हटाने लगे। ग्रामीणों का कहना है कि उनकी जमीनों का अधिग्रहण किया गया था परंतु मुआवजा नहीं मिला इसलिए जमीनें उनकी हैं। अधिकारी नहीं माने और मशीनें आगे बढ़ा दी गईं। गुस्साए ग्रामीणों ने पथराव कर दिया और मौके पर मौजूद 3 जेसीबी मशीनें एवं एक पुलिस जीप को फूंक डाला। पथराव में एक पुलिस अधिकारी घायल हो गया। पुलिस ने बदले में 20 से ज्यादा राउंड हवाईफायर किए। अब इलाके में तनाव पसरा हुआ है।
राजीव नगर की घुड़दौड़ रोड पर पुलिस दल के साथ अतिक्रमण हटाने आई हाउसिंग बोर्ड के अधिकारियों की टीम ने जैसे ही एक दीवार को तोड़ने के लिए जेसीबी आगे बढ़ाई, वहां भीड़ जमा हो गई। हजारों की भीड़ ने पुलिस टीम और जेसीबी पर पत्थर बरसाने शुरू कर दिए। ड्राइवर जेसीबी छोड़कर भाग गए। भीड़ पर काबू पाने के लिए पुलिस ने 20 राउंड हवाई फायरिंग की लेकिन भीड़ शांत नहीं हुई। भीड़ ने वहां मौजूद 3 जेसीबी मशीनें जला डालीं। पथराव में एक टीआई घायल हो गया। कई लोगों को चोटे आईं हैं। हाउसिंग बोर्ड के अधिकारियों ने भागकर अपनी जान बचाई।
क्या है मामला
घुड़दौड़ रोड की जिस जमीन के लिए हंगामा हुआ, वह विवादित है। 1980 के दशक में राज्य सरकार ने किसानों से जमीन लेकर हाउसिंग बोर्ड को देने का फैसला किया था। सरकार ने जमीन हाउसिंग बोर्ड के नाम तो कर दिया, लेकिन लोगों का कहना है कि उन्हें इसके बदले मुआवजा नहीं मिला। मुआवजा नहीं मिलने के कारण किसानों ने जमीन पर कब्जा बनाए रखा और मकान बनाते गए। अब सरकार उनके मकानों को अतिक्रमण बताकर हटाना चाहती है लेकिन लोग इसके लिए तैयार नहीं है।