
आरएसएस के दिल्ली प्रांत कार्यवाह भारत भूषण ने यह जानकारी देते हुए कहा कि स्थानीय लोगों, आरडब्ल्यूए के साथ-साथ सुरक्षा बलों की मदद से न केवल लगाए जाएंगे, बल्कि उनके जीवन पर भी ध्यान रखा जाएगा। उन्होंने कहा कि अक्सर पौधारोपण के कुछ समय पश्चात उनकी हालत अच्छी नहीं रह जाती है। पैंसठ किस्म के पौधों को इलाकावार लगाया जाएगा, ऐसे पौधों को चिन्हित किया जा चुका है। भारत भूषण ने कहा कि अगले तीन-चार वर्ष में इन पौधों के बड़े हो जाने पर प्रदूषण के स्तर को कम करने में यह बेहद सहायक होंगे।
इस अवधि के दौरान इनकी देखभाल में संघ पूरी तरह से ध्यान देगा और स्थानीय लोगों की मदद से विशेष समितियों के माध्यम से इस काम को अंजाम दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि स्वतंत्रता दिवस के उपलक्ष्य में शुरू किये गए इस अभियान को एक सप्ताह में दस लाख पौधे लगाकर पूरा करने का लक्ष्य निर्धारित किया है। अभियान का उद्देश्य लोगों को प्रदूषण मुक्त वातावरण के प्रति सचेत करने तथा पौधे लगाने व उनकी देख-भाल के लिए प्रेरित करना है।
ये इलाके किए गए चिन्ह्ति
हालांकि इस अभियान की जद में दिल्ली के हरेक इलाके को शामिल किया गया है। लेकिन उत्तरी दिल्ली, बाहरी दिल्ली, पूर्वी दिल्ली के नए बसने वाले इलाके तथा दक्षिणी दिल्ली के ऐसे हिस्से जहां इमारतों का जंजाल बढ़ा है और पौधों की संख्या कम हुई है। इसके अलावा विभिन्न सरकारी प्रोजेक्ट्स के कारण पेड़ों की कटाई के बाद उनकी कमी को पूरा करने के लिए ऐसे इलाके प्रमुख होंगे। यह पौधे रहेंगे- नीम, पीपल, जामुन, पीलखन, बड़, अर्जुन, बेल, आम, पपीता,गुलदार जैसे वृक्ष लगाए जाएंगे। छायादार, फलदार व औषधियों वाले पौधों को किया है चिन्हित अभियान के लिए।