
छात्रा द्वारा उसकी मांग पूरी नहीं करने पर अलग अलग कारण बताकर छात्रा को बार बार चक्कर कॉलेज के चक्कर मारने के लिए मजबूर किया गया। प्रोफेसर द्वारा मानसिक शोषण से परेशान होकर छात्रा ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने मामले की गंभीरता को ध्यान में रखते हुए प्रोफेसर को गिरफ्तार किया।
पुलिस द्वारा दी गई जानकारी अनुसार छात्रा पिछले एक साल से भारत में स्टूडेंट वीजा पर रह रही थी। पुणे के पाषाण क्षेत्र में छात्रा किराए के कमरे में रहती थी। पुणे युनिवर्सिटी से अकाउंटिंग में पीएचडी करने के लिए छात्रा ने काफी प्रयास किए थे। लेकिन वहां एडमिशन नहीं होने की वजह से छात्रा काफी निराश थी। छात्रा की किसी दोस्त ने यशवंतराव मोहिते महाविद्यालय में पीएचडी करने के लिए पूछताछ करने को कहा। सहेली की सलाह के अनुसार ईरानी छात्रा कॉलेज में शिवाजी बोराडे से जाकर मिली। शिवाजी बोराडे ने उस वक्त छात्रा को साफ बताया कि इस कॉलेज में अकाउंटिंग के लिए एक ही शिक्षक है और दो ही विद्यार्थी को एडमिशन मिल सकता है। शिवाजी बोराडे ने छात्रा को किसी न किसी कारण से 7 से 8 बार कॉलेज के चक्कर लगाने पर मजबूर किया।
छात्रा को इंग्लिश नहीं आने की वजह से प्रोफेसर द्वारा बातचीत को हमेशा वो रिकार्ड किया करती थी और रूम में जाकर रिकॉर्डिंग को सुना करती थी कि प्रोफेसर ने उसे क्या बात कही है। एक दिन प्रोफेसर ने उसे वापस एडमिशन के बारे में चर्चा करने को लिए बुलाया। उस वक्त प्रोफेसर के केबिन में दोनों अकेले थे। प्रोफेसर ने छात्रा को कहा कि तुम एडमिशन की चिंता बिल्कुल मत करो, तुम्हारा एडमिशन आराम से हो जाएगा। लेकिन तुम्हें मेरे साथ सेक्स करना होगा तभी मैं तुम्हारा एडमिशन करा सकता हूं। ऐसा बोलकर छात्रा को गलत तरीके से हाथ लगाकर उसके साथ छेड़खानी की और अश्लील बातें की। जिससे छात्रा काफी घबराकर वहां से भाग गई और सारा किस्सा अपने दोस्तों को बताया। दोस्तों की मदद से ईरानी छात्रा ने प्रोफेसर के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई।