MP सीआईडी में महिला आरक्षक के यौन प्रताड़ना का मामला

भोपाल। मध्यप्रदेश पुलिस मुख्यालय में सीआईडी की क्यूडी शाखा में एक महिला आरक्षक ने अपने साथ यौन प्रताड़ना की शिकायत की है। शिकायत राज्य महिला आयोग से की गई है। अध्यक्ष लता वानखेड़े ने इस मामले में डीजीपी से जांच रिपोर्ट मांगी है। शिकायत में आरोप लगाया है कि 4 सब इंस्पेक्टर्स ने उसके सामने अश्लील बातें कीं और जब वह जाने लगी तो उसे धमकी दी गई। पीड़िता का कहना है कि जब उसने इसकी शिकायत की तो उसका ट्रांसफर कर दिया गया। अरुणा मोहन राव, एडीजी एवं अध्यक्ष यौन प्रताड़ना कमेटी का कहना है कि उसे कमेटी के पास आकर शिकायत करना चाहिए थी। 

महिला आरक्षक ने क्यूडी शाखा के एसआई ज्ञान सिंह, उनके मित्र नीरज शर्मा, राहुल झा और प्रवीण नीलकंठ के खिलाफ शिकायत की है। शिकायत के अनुसार 7 अप्रैल 2016 को दफ्तर में चार एसआई अश्लील बातें कर रहे थे। अारक्षक ने असहज महसूस करने पर कहा- भैया मैं पानी पीकर आती हूं। यह सुनकर वे बोले- यहां भैया-सैंया नहीं चलेगा। आरक्षक हो, औकात में रहो। तुम्हारे जैसी जूते साफ करती हैं। हम वर्दी उतरवा सकते हैं...।

शिकायत की तो ट्रांसफर हो गया
महिला आरक्षक ने बताया कि पहले उसने क्यूडी शाखा के एसपी से शिकायत की थी। उन्होंने यह कहकर पल्ला झाड़ लिया कि- आपस का मामला है सुलझा लो। इसके बाद उसने इसकी शिकायत एडीजी सीआईडी से की। उन्होंने दो महिला अफसरों को पूरे मामले की जांच करने को कहा। जांच रिपोर्ट आने से पहले ही उसका ट्रांसफर जिला सुरक्षा बल में कर दिया।

आरोपी एवं अधिकारियों की प्रतिक्रियाएं
आरोप झूठे हैं। उसे केवल समझाया था कि अधिकारियों को भैया कहकर नहीं बुलाते है। इतनी सी बात का उसे बुरा लग गया।- ज्ञान सिंह, (आरोपी उप निरीक्षक)

इस मामले में सीआईडी एडीजी दो अधिकारियों से जांच करा रहे हैं। महिला आरक्षक यहां अटैच की गई थी। उसे मूल विभाग भेज दिया गया है।
एके पौराणिक, एसपी, क्यूडी शाखा

आरक्षक को प्रोटोकॉल का पालन करते हुए कमेटी में शिकायत करना थी। न्याय नहीं मिलता तब वह कहीं भी शिकायत करतीं। मामले की जांच कराती हूं। 
अरुणा मोहन राव, एडीजी, (अध्यक्ष यौन प्रताड़ना कमेटी)

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