इंदौर। पता चला है कि जिम में युवती के साथ अश्लील हरकत और शिकायत करने पर उसके साथ मारपीट करने वाला छात्र मंदसौर सीएमएचओ का बेटा है। इस खुलासे के बाद दलित अधिकारी अपने बेटे को बचाने में जुट गए हैं। उनका कहना है कि युवती ने उनके बेटे के कान में जातिसूचक शब्द कहे थे, इसलिए उनके बेटे ने युवती को पीटा। छात्र के चाचा का कहना है कि वो एक प्राइवेट अस्पताल में भर्ती है। पुलिस ने अभी तक उसे गिरफ्तार नहीं किया है।
टीआई शिवपालसिंह कुशवाह के मुताबिक पैलेस कॉलोनी निवासी 23 वर्षीय युवती की शिकायत पर आरोपी पुनीत मालवीय के खिलाफ छेड़छाड़ और मारपीट का प्रकरण दर्ज किया था। पीड़िता ने पुलिस को बताया कि वह निजी स्कूल में नौकरी करती है। आरोपी ने गुरुवार शाम जिम में एक्सरसाइज के दौरान अश्लील हरकतें की। ट्रेनर को शिकायत करने पर आरोपी ने उसके साथ जमकर मारपीट की। शनिवार को पुलिस ने पीड़िता का मेडिकल कराया और आरोपी की तलाश शुरू की।
उधर, जांच में खुलासा हुआ कि पुनीत के पिता महेश मालवीय मंदसौर में सीएमएचओ हैं। वे इंदौर में भी रह चुके हैं। टीआई के मुताबिक पुनीत निजी कॉलेज से इंजीनियरिंग कर रहा है। वह इंदौर में पलसीकर कॉलोनी निवासी चाचा-चाची के घर रह रहा है। पुलिस को चाचा ने बताया कि घटना के बाद से पुनीत घर नहीं आया।#WATCH Man punches & kicks a woman at a gym in #Indore after she complained about his behavior during workout #MadhyaPradesh pic.twitter.com/eFQWUrMlbz— ANI (@ANI) August 19, 2017
सीएमएचओ अपने बेटे को बचाने में जुटे
बताया गया है कि आरोपी घटना से घबरा गया है। उसकी तबीयत भी खराब हो गई। वह एक निजी अस्पताल में भर्ती है। सीएमएचओ महेश के मुताबिक बेटे ने बताया कि लड़की ने उसके कान में जाति सूचक शब्द बोले थे। इस पर उसने लड़की को चांटा मार दिया था। जबकि वायरल वीडियो में दिखाई दे रहा है कि युवक ने लड़की को थप्पड़ मारा और फिर लात भी मारी। सवाल यह है कि यदि जातिसूचक शब्द कहे भी थे तो सीएमएचओ के बेटे को युवती पर हमला करने का कानूनी अधिकार किसने दिया। मामले को जातिवाद से जोड़ने का प्रयास क्यों किया जा रहा है।