
सही मार्गदर्शन नहीं मिलने से भी कई छात्राएं परीक्षा में पिछड़ जाती हैं। इसके मद्देनजर विभाग यह पहल कर रहा है। संभाग के अन्य जिलों में प्रशिक्षण कार्यक्रम शुरू हो चुका है। इंदौर में जल्द ही डीआरपी लाइन में शुरू किया जाएगा। शून्य बजट पर शुरू किए गए इस प्रोजेक्ट में न तो जगह का पैसा लिया जाएगा, न ही पढ़ाने का। सभी निशुल्क सेवाएं देंगे। डीआरपी लाइन में पदस्थ वरिष्ठ पुलिस अधिकारी स्वैच्छिक प्रशिक्षण देंगे। कुछ सेवानिवृत्त लोगों ने भी इस कार्यक्रम से जुड़ने में रुचि दिखाई गई है।
12वीं पास होना अनिवार्य
महिला बाल विकास विभाग के संयुक्त संचालक राजेश मेहरा ने बताया कि अक्टूबर में आरक्षक भर्ती परीक्षा होगी। इसके पहले एक बैच को प्रशिक्षण देने की योजना है। इसके लिए छात्रा का 12वीं कक्षा पास होना अनिवार्य है। इस प्रशिक्षण से जहां परीक्षा पास करने में मदद मिलेगी, वहीं शहर को भी लड़कियों की सशक्त सेना मिलेगी। प्रशिक्षण के एक हिस्से में लिखित परीक्षा की तैयारी होगी, जबकि दूसरे में फिजिकल ट्रेनिंग होगी।