BHOPAL में राजगढ़ के कारोबारी की कार खाई में गिरी, मौत

भोपाल। कारोबार के सिलसिले में भोपाल आए कुरावर, राजगढ़ के एक कारोबारी की रोड एक्सीडेंट में मौत हो गई। उनकी कार एक खंबे से टकराई और पलटते हुए 10 फीट गहरी खाई में जा गिरी। ड्राइवर सीट पर बैठे 33 वर्षीय नरेश किशनानी का सिर जमीन और कार के बीच में आकर पिचल गया। उनके छत विक्षत शव को बाहर निकालने के लिए कार को गैस कटर से काटना पड़ा। राजगढ़ जिले में कुरावर निवासी 33 वर्षीय नरेश किशनानी इलेक्ट्रॉनिक व्यापारी हैं। एक बिजनेस डील के लिए नरेश अपने साले प्रवीण बंसल के साथ भोपाल आए थे। सोमवार दोपहर करीब 12 बजे दोनों भोपाल पहुंचे, कुछ देर अपने बैरागढ़ में रहने वाले रिश्तेदार के घर रुके। फिर सामान खरीदने के बाद रात 11 बजे घर लौटने लगे।

सिर कार और जमीन के बीच फंस गया
एएसआई श्रीकांत द्विवेदी के मुताबिक लौटते वक्त बरखेड़ा बोंदर के पास नरेश की स्विफ्ट डिजायर कार एक खंभे से जा टकराई। टक्कर के कारण अनियंत्रित हुई कार पलटते हुए दस फीट गहरी खाई में जा गिरी। पलटते वक्त ड्राइविंग सीट पर बैठे नरेश का सिर कार और जमीन के बीच फंस गया। इस दबाव के कारण उनका सिर बुरी तरह कुचल गया। इससे नरेश की मौके पर ही मौत हो गई।

टामी से दरवाजा काटकर निकाला शव
मौके पर पहुंची खजूरी सड़क पुलिस ने क्रेन की मदद से कार को खाई से बाहर निकाला। टामी और गैस कटर की मदद से कार का दरवाजा काटना पड़ा। तब कहीं जाकर नरेश का क्षत-विक्षत शव कार से बाहर निकाला जा सका। मंगलवार को हुए पोस्टमार्टम के बाद पुलिस ने शव परिवार को सौंप दिया।

पत्नी से बोले बात करती रहो मैं घर पहुंच जाऊंगा
बड़े भाई लालकुमार ने बताया कि घर लौटते वक्त 11:08 बजे नरेश ने अपनी पत्नी प्रीती से फोन पर बात की थी। इस दौरान उन्होंने कहा था कि मैं रास्ते में हूं। तुम बात करती रहो, तब तक मैं घर पहुंच जाऊंगा। इस पर प्रीति ने जवाब दिया कि सुबह दोनों बच्चों को स्कूल जाना है, उन्हें सुलाना है। हादसा रात करीब सवा 12 बजे हुआ, जिसकी कुछ देर बाद ही एक रिश्तेदार के जरिए प्रीति को सूचना मिल गई।

जीजा का शव देखकर बेहोश हो गया साला
पुलिस जब मौके पर पहुंची तो कार में नरेश के साथ बैठे प्रवीण नहीं मिले। उनके पारिवारिक मित्र ऋषभ नागौरी ने बताया कि हादसे के वक्त प्रवीण ने सीट बेल्ट बांधी थी, जिसके कारण उनकी जान बच गई। हादसे से कुछ देर पहले ही दोनों ने आधा किमी दूर अपने एक रिश्तेदार के ढाबे पर खाना खाया था। प्रवीण दौड़कर उक्त ढाबे पर पहुंचे और उन्हें साथ लेकर आए। लौटते ही शव की हालत देखकर प्रवीण बेहोश हो गए।

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