मुंबई। सेंसर बोर्ड से बर्खास्त किए गए पहलाज निहलानी ने मंत्री स्मृति इरानी एवं सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय पर गंभीर आरोप लगाए हैं। निहलानी ने कहा कि मैं कठपुतली की तरह नहीं नाचा, इसलिए मुझे हटा दिया गया। उन्होंने बताया कि स्मृति इरानी चाहतीं थीं कि मैं इंदू सरकार को बिना कट के पास कर दूं। मैने बात नहीं मानी। इससे पहले मंत्रालय चाहता था कि मैं 'उड़ता पंजाब' और बजरंगी भाई जान पर रोक लगा दूं लेकिन मैने ऐसा भी नहीं किया।
पहलाज ने कहा कि 'सरकार ने मुझ पर दबाव बनाया कि मैं 1975 में इंदिरा गांधी द्वारा लगाई गई इमर्जेंसी पर बनी मधुर भंडारकर की फिल्म 'इंदु सरकार' को बिना किसी कट के पास कर दूं। मैंने ऐसा करने से इनकार किया, इसलिए पद से हटाया गया।' पहलाज ने आगे कहा कि स्मृति ईरानी ने मुझे फोन करके फिल्म इंदू सरकार को बिना किसी कट के पास करने को कहा। लेकिन मैंने फिल्म को सेंसर बोर्ड के नियमों के मुताबिक पास कर दिया, ये बात स्मृति ईरानी को बुरी लग गई। जिसके बाद मुझे पद से हटा दिया गया।
पहलाज ने आगे कहा कि 'मैं पहली बार इस बात का खुलासा करता हूं कि सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने मुझे इस फिल्म (उड़ता पंजाब) को पास न करने के लिए कहा था। मैंने इसे दिशानिर्देशों के साथ पास किया।' इसके साथ ही उन्होंने कहा कि उन्हें 'बजरंगी भाईजान' को भी पास न करने के लिए भी कहा गया था, क्योंकि मंत्रालय को लगा कि यह फिल्म लव-जिहाद पर बनी है।