नई दिल्ली। स्वतंत्रता दिवस के दिन चीन की सेना ने लद्दाख में घुसने की कोशिश की थी जिसे भारतीय सेना ने नाकाम किया। तब चीन ने ऐसी किसी घटना से साफ इंकार कर दिया था परंतु अब इस घटना का वीडियो भी सामने आ गया है। पैंगॉन्ग झील के पास दोनों सेनाएं आमने सामने दिखाई दे रहीं हैं। साफ दिख रहा है कि चीन के सैनिक घुसने की कोशिश कर रहे हैं और भारतीय जवान उन्हे आगे बढ़ने से रोक रहे हैं। वीडियो को नजदीक की पहाड़ी से शूट किया गया है।
इस झड़प में जवानों को चोटें आई थीं। इस घटना पर चीन ने कहा था कि दोनों देशों के सैनिकों के बीच कोई झड़प नहीं हुई। बाद में भारत सरकार ने माना था कि कुछ घटनाएं सामने आई हैं। न्यूज एजेंसी के मुताबिक, 15 अगस्त को पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) ने भारत के दो इलाकों घुसपैठ की कोशिश की थी। दोनों ही बार भारतीय जवानों ने इसे नाकाम कर दिया। भारतीय फौज के रास्ता रोक देने के बाद चीन के सैनिकों ने ह्यूमन चेन बनाई और पथराव किया। भारतीय जवानों ने भी इसका जवाब दिया। इससे दोनों तरफ के जवानों को चोटें आईं। ड्रिल के बाद दोनों देशों की फौजें अपनी-अपनी पोजिशन पर लौट गईं।
चीन ने क्या कहा था?CHINESE SOLDIERS PELTING STONES ON INDIAN ARMY IN LADDAKH NEAR PEYONG RIVER BEATEN BADLY IN SAME MANNER & PUNCHES AFTER DOKLAM TENSION😕 pic.twitter.com/OVmPkVtryS— 🐬VeRmA🐬APUL (@AAPUL_19) August 19, 2017
15 अगस्त को हुई घुसपैठ पर बुधवार को चीन का रिएक्शन आया। चीन की फॉरेन मिनिस्ट्री के स्पोक्सपर्सन हु चुनयिंग ने कहा- लद्दाख में दोनों देशों के सैनिकों के बीच हुई किसी झड़प की जानकारी नहीं है। हम बॉर्डर पर शांति चाहते हैं। हमारी सेना अपने हिस्से में पेट्रोलिंग करते हैं। हु ने आगे कहा- हमारी मांग है कि भारत एलएसी पार करने से बचे और इस बारे जो समझौते हैं, उनका दोनों देश सम्मान करें।
भारत ने क्या कहा था?
इंडियन डिफेंस मिनिस्ट्री के सोर्सेज ने कहा, पीएलए के सैनिकों के साथ टकराव की खबर झूठी है। बाद में भारत ने इसकी पुष्टि की थी। विदेश मंत्रालय के स्पोक्सपर्सन रवीश कुमार ने शुक्रवार को बताया था- " मैं पैन्गॉग लेक के पास एक घटना होने की पुष्टि करता हूं। इस पर दोनों देशों के लोकल आर्मी कमांडरों ने बाद में बातचीत की थी। ये घटनाएं किसी भी पक्ष के हित में नहीं हैं। हमें शांति बनाकर रखना चाहिए। हालांकि, उन्होंने इस बात की पुष्टि नहीं की कि घटना में पथराव या आयरन रॉड का इस्तेमाल किया गया था।"