
मुख्य सचिव राजीव कुमार ने पिछले दिनों सभी विभागों से रिक्त पदों की सूचना अधीनस्थ सेवा चयन आयोग, राज्य लोक सेवा आयोग और शासन के नियुक्ति एवं कार्मिक विभाग को देने को कहा था। सूत्रों ने बताया कि 2017-18 तक की रिक्तियों की सूचना के अनुसार प्रदेश में करीब 86 हजार पद खाली हैं। इनमें करीब 14 हजार पद चतुर्थ श्रेणी के हैं और करीब पांच हजार पद समूह क व ख के हैं। समूह ‘क’ व ‘ख’ के करीब 50 फीसदी पद पदोन्नति से भरे जाते हैं। ऐसे में सीधी भर्ती के लिए करीब 67 हजार पद खाली होंगे।
शासन के एक अधिकारी ने बताया कि समूह ‘घ’ की नियुक्तियों पर रोक है और समूह ‘ग’ के पदों की भर्ती अधीनस्थ सेवा चयन आयोग करता है। अन्य पदों पर भर्ती राज्य लोक सेवा आयोग से होती है। सबसे ज्यादा नियुक्तियां अधीनस्थ सेवा चयन आयोग से ही होनी हैं। आयोग का नए सिरे से गठन होते ही चयन की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी।
तेजी से होनी चाहिए भर्ती
इस बीच कर्मचारी संगठनों के प्रतिनिधियों का कहना है कि विभागों में काम बढ़ता जा रहा है। इसके बावजूद नए पद सृजित करने की तो बात छोड़िए खाली पद भी नहीं भरे जा रहे हैं। सचिवालय संघ के अध्यक्ष यादवेंद्र मिश्र का कहना है कि शासन के अनुभागों में बड़ी संख्या में पद खाली हैं। वर्कलोड बढ़ने से कर्मचारी बीमारियों का शिकार हो रहे हैं।
अगले माह तक बन जाएगा चयन आयोग
अधीनस्थ सेवा चयन आयोग में चेयरमैन व सदस्यों के लिए सैकड़ों आवेदन आए हैं। छंटनी के बाद इनकी स्क्रीनिंग होगी और फिर पैनल भेजा जाएगा। उम्मीद है कि अध्यक्ष व सदस्यों का चयन सितंबर तक हो जाएगा।